Lakh Take Ki Baat: लंबे समय से चली आ रही साझेदारी अब केवल रक्षा क्षेत्र तक सीमित नहीं रही, बल्कि व्यापार, निवेश और उभरते वैश्विक क्षेत्रों तक व्यापक हो गई है.
Lakh Take Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हालिया बैठक ने भारत–रूस संबंधों में एक नया और मजबूत अध्याय जोड़ दिया है. हैदराबाद हाउस में हुई इस उच्चस्तरीय मुलाकात में कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए, जो दोनों देशों के आर्थिक, सामरिक और तकनीकी सहयोग को नई दिशा देंगे. लंबे समय से चली आ रही साझेदारी अब केवल रक्षा क्षेत्र तक सीमित नहीं रही, बल्कि व्यापार, निवेश और उभरते वैश्विक क्षेत्रों तक व्यापक हो गई है.
बैठक के दौरान शिप बिल्डिंग, नई शिपिंग मार्गों में निवेश, महत्वपूर्ण खनिजों, हेल्थकेयर, मेडिकल एजुकेशन, फर्टिलाइज़र और समुद्री सहयोग से जुड़े समझौते हुए. इसके अलावा भारत और रूस ने *विज़न 2030 डॉक्यूमेंट* पर भी दस्तखत किए, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के आर्थिक और कारोबारी रिश्तों को अगले दशक में नई ऊंचाइयों पर पहुंचाना है. इस विज़न के तहत निवेश बढ़ाने, कारोबार को सरल बनाने और तकनीकी आदान–प्रदान को गति देने पर जोर दिया गया है.
आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई में भी दोनों देशों की एकजुटता साफ झलकी. मोदी ने पहलगाम और रूस के क्रोकस सिटी हॉल हमले का जिक्र करते हुए कहा कि आतंकवाद पूरी मानवता पर हमला है और इसके खिलाफ वैश्विक एकता जरूरी है. रूस ने भी इस दिशा में भारत के साथ खड़े रहने की प्रतिबद्धता दोहराई.
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