फ्रांस की आड़ में भारत में माहौल कौन बिगाड़ रहा है? शहर-शहर प्रदर्शन का दौर...संयोग या नया प्रयोग? इन मुद्दों पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, 1991 से 1924 तक खिलाफत आंदोलन हुआ था. इसका समर्थन महात्मा गांधी ने भी किया था. मुस्लिम संगठनों ने चीन का विरोध क्यों नहीं किया, क्योंकि इनके लिए मजहब जरूरी है. फ्रांस में आतंकवादी घटना हुई है. आप दूसरे देश जाकर शरिया थोपेंगे और कोई नहीं मानेगा तो क्या आप मार डालेंगे? ये लोग जिस थाली में खाते हैं वहीं छेद करते हैं.