राम मंदिर के निर्माण पर राजनीति क्यों? क्यों छिड़ी 'रामकाज' के चंदे पर लड़ाई? भगवान राम पर कैसे बिगड़े नेता के बोल? जो राम को भूले..वो राम की शरण में कैसे आए? इस पर VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा, जिसकी जैसी भावना है, उसे वहीं सबकुछ दिखता है. अर्पण-तर्पण-समर्पण की भावना है, ये चंदा नहीं है. जो राम के साथ राजनीति करेगा, वो भी चला जाएगा.#राम_मंदिर_निर्माण_पर_राजनीति #DeshKiBahas
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