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किसान-केंद्र का संवाद, तो कहां रुकी बात? किसानों के लिए किसने बिछाया भ्रम का जाल? क्या कृषि कानून से किसान का होगा बेड़ापार? इन सवालों पर लखनऊ के दर्शक मनीष चौबे ने कहा, प्रदर्शन करने वाले किसान नहीं हैं. ये ज्यादा दिनों तक चलने वाला नहीं है. किसानों के नाम पर जो हो रहा है, वो ठीक नहीं है.#ReformsForFarmers #DeshKiBahas
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