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भाग्य लक्ष्मी के मंदिर से निकलेगा 'भाग्यनगर' का रास्ता? हैदराबाद के नाम पर घमासान, क्यों चिढ़े ओवैसी भाईजान? निजाम की निशानियों का 'महिमामंडन' कब तक? इन सवालों पर राजनीतिक विश्लेषक प्रो. कपिल कुमार ने कहा, ये वही निजाम थे जिन्होंने रजाकर के साथ मिलकर दूसरे धर्म के लोगों को चुन-चुनकर मारा था. क्या कम्युनिस्टों ने कभी निजाम की हुकुमत को माना था.#NizamCultureOver #DeshKiBahas
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