आस्‍था पर चोट तो पूरे साल होती है, फिर नवरात्रि में ही क्‍यों मुद्दे उठाए जाते हैं : मुकेश खन्‍ना

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Shailendra Kumar
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नवरात्रों में पूजने की बजाए फिल्मों में महिलाओं का अपमान क्यों? नवरात्रि की आस्था पर चोट क्यों? हिंदू देवी-देवताओं का अपमान आखिर कब तक? इन मुद्दों पर एक्‍टर मुकेश खन्‍ना ने खुद ही सवाल उठाते हुए कहा - बार-बार देवी-देवताओं का मजाक क्यों होता है? ये हिन्दुओं के लिए शर्म की बात है कि ये मुद्दे केवल नवरात्रि में ही उठाए जा रहे हैं. जिस तरह हमारे सनातन धर्म पर अटैक होते हैं तो हम सोए क्‍यों रहते हैं. हमारे यहां 33 करोड़ देवी-देवताएं हैं, इनका भी स्टेज से खुलेआम मजाक उड़ाया जाता है. नवरात्रि में नारियों की पूजा की जाती है, लेकिन बाकी साल आप क्या करते हैं.

#नवरात्रि_पर_निशाना #DeshKiBahas

      
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