मुझे सांसद बनने का हक संस्कृति ने नहीं, संविधान ने दिया : उदित राज

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Shailendra Kumar
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मदरसों में फंसने के बाद विक्टिम कार्ड क्यों खेला जा रहा है? मदरसे को महाकुंभ से क्यों जोड़ा? उदित राज क्या हिंदुओं से चिढ़ते हैं? इन मुद्दों पर कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा, असम के मुख्यमंत्री ने कल कहा कि धार्मिकता पर सरकारी पैसे खर्च नहीं होने चाहिए. मैंने कुंभ के खिलाफ नहीं बोला. ये ट्वीट मैंने निजी कैपिसिटी के दम पर किया. जब इस ट्वीट को लेकर देश में विवाद बढ़ने लगा तो मैंने इस ट्वीट को हटा लिया, लेकिन जब लोग इस ट्वीट पर डिबेट की बात करने लगे तो मैंने इस ट्वीट को दोबारा ऑन एयर कर दिया. मुझे सांसद बनने का हक संस्कृति ने नहीं, संविधान ने दिया है. जब हम लोग देश की संस्कृति के मुताबिक चल रहे थे तब हम मल-मूत्र उठा रहे थे. कांग्रेस के नेता मेरे ट्वीट पर जवाब क्यों देंगे, ये ट्वीट तो मैंने खुद अपने निजी विचारों के तहत किया है. राहुल गांधी या प्रियंका गांधी मंदिरों में जाएं या नहीं जाएं वो उनका व्यक्तिगत हक है. जो असम के सीएम का बयान था उसी को मैंने भी ट्वीट किया है. #BanMadarsa_SaveNation #DeshKiBahas

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