मदरसों में बाहरी लोगों को घुसाकर आतंक की ट्रेनिंग दी जाती है : सुबुही खान 

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Shailendra Kumar
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सरकारी पैसे से मज़हबी शिक्षा कब तक? असम में 'मदरसा बंदी' की ज़रूरत क्यों पड़ी? कुरान की शिक्षा तो भगवद्गीता और बाइबिल क्यों नहीं? इस मुद्दे पर सामाजिक कार्यकर्ता सुबुही खान ने कहा, अगर आप बराबर अधिकार ले रही हैं, देश के अन्य बच्चों के साथ बराबर का फायदा ले रहीं है तो माइनोरिटी का लाभ क्यों ले रही हैं. जब आपको माइनोरिटी स्टेटस दिया गया था तब आपको जरूरत थी लेकिन अब नहीं है. अब हमें पता चला कि एनआरसी का विरोध देश में क्यों हो रहा था, क्योंकि मदरसों में बाहरी लोगों को घुसाकर आतंक की ट्रेनिंग दी जाती थी.

#WhyFundingMadarsa #DeshKiBahas

      
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