माथे पर तिलक और हाथ में कलावा, शादी के नाम पर 'मजहबी छलावा', हैदराबाद से बरेली तक लव जिहाद का जहर. इन मुद्दों पर सामाजिक कार्यकर्ता जेबा खान ने कहा, यह तूल देने वाला मुद्दा नहीं है. यह सब होता रहता है. समाज में पहले भी ऐसी इंटरकास्ट मैरिज तो होती रहती है. आप ऐसी शादियों को धार्मिक तूल देने की कोशिश मत कीजिए, अगर इसे रोकना है तो कानूनी बिल ले आइए. आपको तो सारे मुद्दें में ही साजिश दिखाई देती है और पिछले सारे मुद्दे आपके मुंह के बल गिर पड़ते हैं. #Terror_Via_LoveJihad #DeshKiBahas