भारत की पहचान राम से है, बाबर से नहीं : डॉ. सुरेन्द्र जैन 

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newsnation desk
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राम मंदिर के निर्माण पर राजनीति क्यों? क्यों छिड़ी 'रामकाज' के चंदे पर लड़ाई? भगवान राम पर कैसे बिगड़े नेता के बोल? जो राम को भूले..वो राम की शरण में कैसे आए? इस पर VHP के संयुक्त महासचिव डॉ. सुरेन्द्र जैन ने कहा, यह विश्व का सबसे बड़ा अभियान साबित होने वाला है. अगर इस पर कोई राजनीति करता है तो वो गर्त में जाएगा. जीवन का राम नाम सत्य भी राम से होता है. राम मंदिर के निर्माण से एक नए भारत का उदय होगा. राम मंदिर के लिए धन संग्रह में 44 लाख कार्यकर्ता जुटे हैं. राष्ट्र की पहचान राम से है. गांधी जी ने भी राम राज्य की बात की थी. भारत की राष्ट्रीयता राम से ही है. भारत की पहचान बाबर से नहीं है. राम का अपमान स्वीकार नहीं होगा. कुछ लोगों ने धर्मनिरेपक्षता का मतलब धर्म विरोध बना दिया है.#राम_मंदिर_निर्माण_पर_राजनीति #DeshKiBahas

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