एक तरफ हम नवरात्रि में माता की पूजा कर रहे हैं तो दूसरी तरफ बॉलीवुड की तरफ से माता का अपमान किया जा रहा है. हिंदू धर्म का कोई भी त्योहार हो, उस पर कथित सेक्युलर खेमे की तरफ से टिप्पणी एक फैशन बन गई है. इस बार नवरात्रि के अपमान पर विरोध के सुर तेज हैं. महिला सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दे पर मां दुर्गा के साथ जोड़कर विवादित कार्टून पर विवाद थमा ही नहीं था कि फिल्म मेकिंग कंपनी इरोज नाऊ की हरकत पर सवाल उठने लगे. विवाद बढ़ा तो कंपनी ने माफी मांगी पर उस पर हिंदू संगठनों और संत समाज का गुस्सा फूट पड़ा. उधर, दीपावली से ठीक से पहले रिलीज के लिए तैयार फिल्म लक्ष्मी बम को लेकर भी आक्रोश फूट पड़ा है और मामला सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर तक पहुंच गया है. तो सवाल यह है कि धार्मिक आस्था पर चोट पहुंचाकर क्या हासिल करने की कोशिश की जा रही है? #नवरात्रि_पर_निशाना #DeshKiBahas
Desh Ki Bahas : नवरात्रि में पूजने के बदले फिल्मों में महिलाओं का अपमान क्यों?
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