Desh Ki Bahas: वैचारिक मतभेदों के चलते राष्ट्रवाद-देशभक्ति से समझौता क्यों?

author-image
Ravindra Singh
New Update

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में सर सैयद की सेवाभाव और बिना भेदभाव की शिक्षा को भी याद किया. देश की बहस में चर्चा है कि प्रधानमंत्री ने AMU के कल्चर को मिनी इंडिया कहा, तो ये भी साफ किया कि देश की राजनीति और समाज तो इंतज़ार कर सकता है लेकिन देश का विकास अब और इंतजार नहीं कर सकता, इसलिए हर फैसला देशहित में होना चाहिए. सवाल उठता है कि क्या विचारधारा के नाम पर विरोध करने वाले कहीं राष्ट्रवाद की विचारधारा से समझौता नहीं कर रहे हैं?

Advertisment

#राष्ट्रवादसेसमझौता_नहीं #DeshKiBahas #AMU

Advertisment