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गोरखपुर/ छात्र की आत्महत्या की कोशिश के बाद यूनिवर्सिटी में गर्म हुई सियासत

घटना को लेकर अब शिक्षक संघ भी फ्रंटफुट पर आ चुके हैं. शिक्षक संघ ने दखल देते हुए इस मामले में सीएम से मुलाकात कर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.

Updated on: 24 Sep 2018, 03:06 PM

नई दिल्ली:

गोरखपुर यूनिवर्सिटी में रिसर्च स्कॉलर के आत्महत्या की कोशिश की घटना के बाद राजनीति गर्म हो गई है. घटना को लेकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग लेकर छात्र लामबंद हो रहे हैं. छात्रों ने कार्रवाई के लिए यूनिवर्सिटी को सोमवार शाम तक का वक्त दिया है. घटना को लेकर अब शिक्षक संघ भी फ्रंटफुट पर आ चुके हैं. शिक्षक संघ ने दखल देते हुए इस मामले में सीएम से मुलाकात कर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. वहीं जांच होने तक दो आरोपी शिक्षकों को गिरफ्तार न किए जाने की भी मांग रखी है.

इस दौरान उन्होंने सीएम को पत्र सौंपा जिसमें बताया गया है कि रिसर्च स्कॉलर दीपक कुमार की ओर से एचओडी प्रो. द्वारकानाथ और प्रो. सीपी श्रीवास्तव के खिलाफ जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल और प्रताणित करने का निराधार आरोप लगाया गया है.

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शिक्षक संघ का कहना हौ कि रिसर्च स्कॉलर एक सितंबर 2018 को शोध छात्र के तौर पर पंजीकृत हुआ था. महज एक माह से भी कम समय में लगाया गया प्रताड़ना का अरोप समझ से परे है.