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UP: पत्नी ने दिव्यांग बच्ची के इलाज के लिए मांगे पैसे तो पति ने दिया ट्रिपल तलाक

ट्रिपल तलाक को अपराध बनाने वाली मोदी सरकार के बिल पर सड़क से लेकर संसद तक बहस जारी है। इस बीच दो और महिला ट्रिपल तलाक की शिकार हुई है।

Updated on: 07 Jan 2018, 03:05 PM

highlights

  • उत्तर प्रदेश के गोंडा और रामपुर में दो महिलाओं को मिला ट्रिपल तलाक
  • गोंडा में मुस्लिम महिला ने दिव्यांग बच्चे के इलाज के लिए पति से मांगे थे पैसे
  • रामपुर की महिला ने कहा, मेरे पति मेरे सांवले रंग से खुश नहीं थे तो दिया तलाक

नई दिल्ली:

ट्रिपल तलाक को अपराध बनाने वाली मोदी सरकार के बिल पर सड़क से लेकर संसद तक बहस जारी है। इस बीच दो और महिला ट्रिपल तलाक की शिकार हुई है।

उत्तर प्रदेश के गोंडा की एक मुस्लिम महिला का कसूर बस इतना था कि उसने अपने दिव्यांग बच्चे के इलाज के लिए पैसे मांगे।

वहीं उत्तर प्रदेश के ही रामपुर जिले में एक महिला को सऊदी अरब में रहने वाले उसके पति ने मोबाइल पर मैसेज भेजकर तलाक दे दिया।

पीड़ित महिला के मुताबिक ससुराल वाले दहेज में गाड़ी न लाने के लिए उसके सास-ससुर अक्सर तंग करते थे। साथ ही महिला का दावा है कि सांवले रंग की वजह से घर वालों के ताने सुनने पड़ते थे।

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, रामपुर जिले में ट्रिपल तलाक की शिकार महिला अमरीन ने कहा, 'मेरे पति मेरे सांवले रंग से खुश नहीं थे। वह और उनके परिवार वाले अक्सर धमकाते रहते थे। वे मुझे खाना भी नहीं देते थे। वे मुझे जला देने की धमकी देते थे। मेरे पति ने कहा कि मैं उनके लायक नहीं हूं। उनके परिवार वाले मेरे परिवार वालों द्वारा दी गई दहेज की राशि से खुश नहीं थे।'

महिला की शिकायत के बाद जिला पुलिस ने आरोपी पति समेत पांच लोगों के खिलाफ दहेज का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

गोंडा में बेसहारा हुई मुस्लिम महिला

गोंडा की एक महिला शकीना बानो ने दावा किया कि दिव्यांग बेटी के लिए पैसे मांगने पर उसके पति ने ट्रिपल तलाक दे दिया। पीड़िता के पिता अब्दुल ने बताया कि शकीना का पति मुंबई में काम करता है और गांव में परिवार के पास कम ही आता है।

उन्होंने कहा, 'शादी के ट्रिपल साल बाद शकीना का पति नौकरी की तलाश में मुंबई चला गया। जब मेरी बेटी ने पैसे मांगे तो ट्रिपल तलाक दे दिया।' पीड़िता शकीना बानो की 17 साल पहले शादी हुई थी और उनकी 14 साल की दिव्यांग बेटी भी है।

ट्रिपल तलाक के खिलाफ नहीं है कानून

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा ट्रिपल तलाक को असंवैधानिक करार दिये जाने के बाद केंद्र की मोदी सरकार मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक-2017 (ट्रिपल तलाक बिल) लाना चाहती है। लेकिन शीतकालीन सत्र में विपक्षी दलों के विरोध के कारण राज्यसभा से इसकी मंजूरी नहीं मिल सकी।

विपक्षी दलों का कहना है कि बिल में कई कमियां है, जिसे दूर करने के लिए प्रवर समिति (सेलेक्ट कमेटी) भेजा जाए। अब ट्रिपल तलाक बिल को आगामी बजट सत्र में पास कराया जा सकता है।

ट्रिपल तलाक बिल राज्यसभा में अटकने के बाद केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने न्यूज नेशन के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ट्रिपल तलाक जैसे 'अभिशाप' को देश में जारी रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती।

प्रसाद ने कहा कि सोनिया गांधी के यह उनके पति राजीव गांधी के 'पाप' को धोने का सुनहरा मौका था। उन्होंने कहा, 'सोनिया गांधी के लिए यह सुनहरा अवसर था अपने पति के पाप को धोने के लिए, जो उन्होंने खो दिया।'

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के के अगस्त में ट्रिपल तलाक को असंवैधानिक ठहराए जाने के फैसले के बाद से ट्रिपल तलाक के करीब 100 मामले हुए हैं।

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