logo-image

Lucknow: लखनऊ में UP STF ने सबसे बड़े GST फर्जीवाड़े का किया पर्दाफाश, सरकार को लगा करोड़ों का चूना

लखनऊ, नोएडा व प्रतापगढ़ में चार कंपनियों के 10 ठिकानों में एक साथ की गई छापेमारी में टीमों ने 6 TB Data सीज किया है.

Updated on: 14 Apr 2019, 11:05 AM

नई दिल्ली:

LUCKNOW: यूपी एसटीएफ (UP STF) और वाणिज्य कर विभाग (Department of Commercial Taxes) की संयुक्त टीम ने फर्जी इनवाइसिंग के जरिये 13.09 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का पर्दाफाश किया है. लखनऊ, नोएडा व प्रतापगढ़ में चार कंपनियों के 10 ठिकानों में एक साथ की गई छापेमारी में टीमों ने 6 TB Data सीज किया है. प्रदेश में GST के अब तक के सबसे बड़े घोटाले का खुलासा करने वाली टीमों का दावा है कि अभी घोटाले की रकम का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है.

यह भी पढ़ें: BSP की एक और लिस्ट जारी, मेनका गांधी और मनोज सिन्हा के खिलाफ ये उम्मीदवार ठोकेंगे ताल

फिलहाल छापेमारी के दौरान डीटीएच व मोबाइल रीचार्ज का व्यवसाय करने वाली इन कंपनियों में से एक के संचालक ने टैक्स चोरी की बात कुबूल की है. SSP एसटीएफ अभिषेक सिंह के मुताबिक, वाणिज्य कर विभाग की टैक्स इनवेस्टिगेशन यूनिट ने डीटीएच व मोबाइल रीचार्ज व्यवसाय में डील करने वाले कुछ मल्टी रीचार्ज सर्विस प्रोवाइडर्स के 10-10 करोड़ रुपये से ज्यादा आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) इनवाइस देखकर शक गहराया. जिस पर यूनिट ने इन कंपनियों द्वारा की जा रही सर्कुलर ट्रेडिंग की पड़ताल में पाया कि कुछ कंपनियां फर्जी इनवाइसिंग करके राज्य व केंद्र सरकार को करोड़ों रुपये के GST का नुकसान पहुंचा रही हैं. ऑनलाइन किये जा रहे इस फ्रॉड की जांच के लिये वाणिज्य कर विभाग ने यूपी एसटीएफ की मदद मांगी थी.

यह भी पढ़ें: फिरोजाबाद में त्रिकोणीय हुआ मुकाबला, सैफई परिवार के दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर

जब वाणिज्य कर विभाग और यूपी एसटीएफ (STF) ने कंपनी के मालिकान को घेरा तो वो टैक्स भरने को तैयार हो गए. बता दें कि विभाग सीज किए 6 GB डेटा की पड़ताल कर रहा है. ध्यान दें कि यह राज्य में GST चोरी की सबसे बड़ी घपले बाजी की घटना है.