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आजम खान ने कहा, आरक्षण विधेयक से मुसलमानों को लाभ नहीं मिला तो इसका कोई मतलब नहीं

सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण देने के फैसले पर समाजवादी पार्टी के नेता और उत्‍तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खान ने कहा, ये 5 राज्यो में हार के बाद का फैसला है.

Updated on: 08 Jan 2019, 01:34 PM

रामपुर:

सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण देने के फैसले पर समाजवादी पार्टी के नेता और उत्‍तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खान ने कहा, ये 5 राज्यो में हार के बाद का फैसला है. इसमे जानना ये है कि इस 10% आरक्षण में आर्थिक रूप पिछड़े सवर्ण मुसलमानों को कितना मिलेगा. आज़म खान ने 10% में 5% आरक्षण मुसलमानों को देने की मांग की. उन्‍होंने कहा, मुसलमानों के पास 5 ग़ज़ जमीन भी नहीं है, इसलिए उनका हक अधिक बनता है.

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आज़म खान ने कहा, अगर इस संवैधनिक बदलाव में देश की दूसरी बड़ी आबादी के बारे में विचार नहीं हो रहा है तो इस आरक्षण विधेयक का कोई मतलब नहीं है. चुनाव के वक्‍त एक बार फिर सरकार की ओर से कम्‍युनल कार्ड खेला जा रहा है.

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आज़म खान ने कहा, ये कोई मास्‍टरस्‍ट्रोक नहीं है. हमारी मांग है कि विधेयक में हमारे लिए भी प्रावधान दिया जाए और हमें भी 5% दिया जाए. आज़म खान ने कहा कि अगर आरक्षण देना ही था तो शुरू में देते, अब तो वक्त गुज़र गया. हमे भी आरक्षण दिया जाए. हमारी हालात वंचितों से भी बदतर है. हमें वंचितों की कैटागरी में रख दिया जाए.