logo-image

चुनाव आयोग की रोक के बाद योगी ने नहीं की रैली, बस किए 'बजरंगबली' के दर्शन

तीन दिन तीन शहर और बजरंगबली का मंदिर. चुनाव प्रचार पर चुनाव आयोग द्वारा रोक लगाए जाने के बाद सीएम योगी ने मंदिरों का रुख किया. पहले लखनऊ फिर अयोध्या और उसके बाद बनारस.

Updated on: 19 Apr 2019, 12:02 AM

नई दिल्ली:

तीन दिन तीन शहर और बजरंगबली का मंदिर. चुनाव प्रचार पर चुनाव आयोग द्वारा रोक लगाए जाने के बाद सीएम योगी ने मंदिरों का रुख किया. पहले लखनऊ फिर अयोध्या और उसके बाद बनारस.सीएम ने इस दौरान न तो चुनाव प्रचार किया और ना ही कुछ बोला. बावजूद इसके सीएम लगातार मीडिया की सुर्खियीं में बने हुए हैं.

चुनाव आयोग ने सीएम योगी के एक बयान को लेकर जब तीन दिनों की रोक लगाई तब ये कहा गया कि इससे भाजपा का प्रचार अभियान प्रभावित होगा.लेकिन रैलियों पर रोक लगने के बाद सीएम ना तो अपने सरकारी आवास पर रुके और ना ही अपने कार्यालय में. रोक के पहले दिन ही सीएम लखनऊ के हनुमान सेतु मंदिर पहुंच गए.

यह भी पढ़ें- दबाना था हाथी का बटन, गलती से कमल दब गया, फिर काट दी उंगली

यहां सीएम ने विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की. सीएम के मंदिर जाने को लेकर विरोधियों ने चुनाव आयोग के आदेश का उल्लंघन बताया. हनुमान सेतु के बाद सीएम ने अयोध्या का रुख किया. जहां रामलला और हनुमानगढ़ी में सीएम ने पूजा की और हनुमान चालीसा का पाठ किया. इस दौरान सीएम पूरे दिन चर्चा में रहे. बनारस जाकर सीएम ने संकट मोचन में पूजा अर्चना की.

यह भी पढ़ें- हाईकोर्ट की सख्ती के बाद प्रायगराज में जागा प्रशासन, हॉस्टलों में की छापेमारी

देखे तो इसदौरान सीएम ने ना तो कोई प्रचार किया और ना ही मीडिया में कोई बयान दिया. लेकिन योगी ने अपने अंदाज में ये मैसेज ज़रूर दे दिया कि वे सिर्फ हिंदुत्व की बात ही नही करते बल्कि ज़रूरत पड़ने पर उसे कर के भी दिखाते हैं. सीएम के मंदिर जाने को लेकर जंहा विपक्ष कड़ा विरोध जता रहे है तो वहीं भाजपा का कहना है कि सीएम को चुनाव आयोग ने मंदिर जाने के लिए मना नही किया है.

वही सियासी जानकारों की मानें तो सीएम के मंदिर जाने पर आपत्ति नही होनी चाहिए,क्योंकि वो एक संत भी हैं. सीएम इन जगहों के बाद देवीपाटन शक्ति पीठ भी गए जहां उन्होंने मां के दर्शन किए.