Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में महाकुंभ जारी है. 144 साल बाद हो रहे इस महाकुंभ में शामिल होने के लिए देशभर से लोग प्रयागराज पहुंच रहे हैं. लाखों की संख्या में श्रद्धालु ट्रेनों, बसों के साथ-साथ अपने निजी वाहनों से भी संगम नगरी पहुंच रहे हैं. लेकिन इस बीच हवाई जहाज से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी भारी उछाल देखा जा रहा है. जो अपने आप में नया रिकॉर्ड है. क्योंकि आम दिनों की तुलना में प्रयागराज एयरपोर्ट पर इन दिनों भारी संख्या में विमानों का आवागमन हो रहा है. इसके बाद ये एयरपोर्ट अब एयर ट्रैफिक के मामले में देश के शीर्ष 20 एयरपोर्ट में शामिल हो गया है.
प्रयागराज एयरपोर्ट पर एक दिन में उतरे इतने विमान
जानकारी के मुताबिकग, प्रयागराज एयरपोर्ट पर सोमवार को पहली बार एक दिन में 204 विमानों का आवागमन हुआ. इसमें 86 चार्टर प्लेन और 118 एयरपोर्ट की समय सारिणी के अनुसार आए यात्री विमान भी शामिल हैं. बता दें कि इससे एक दिन पहले ही यानी 16 फरवरी को इस एयरपोर्ट पर 20 हजार से ज्यादा यात्री पहुंचे थे. उसके बाद सोमवार को 200 से ज्यादा विमान का आवागमन दर्ज किया गया.
एयरपोर्ट प्रशासन ने मंगलवार को विमानों और यात्रियों के आवागमन का आंकड़ा जारी किया. जिससे ये एयरपोर्ट एक और नया रिकॉर्ड बनाने में कामयाब हो गया. जो शायद अब कई सालों तक कायम रहेगा. जानकारी के मुताबिक, रविवार को प्रयागराज एयरपोर्ट पर 20,297 यात्रियों का आवागमन हुआ. जबकि सोमवार को इस एयरपोर्ट से 204 विमानों का संचालन किया गया.
सोमवार को प्रयागराज पहुंचे 86 चार्टर प्लेन
वहीं सोमवार को प्रयागराज एयरपोर्ट पर 86 चार्टर प्लेनों का आवागम हुआ. इनमें 44 चार्टर फ्लाइट से 139 विशिष्ट यात्री संगम नगरी पहुंचे. जबकि 42 चार्टर विमानों से 296 विशिष्ट यात्री प्रयागराज से रवाना हुए. वहीं सोमवार की समय सारिणी के अनुसार इंडिगो ने सबसे ज्यादा 19 फ्लाइट्स का संचालन किया. जबकि एलाइंस एयर की पांच, अकासा एयर की चार, स्पाइस जेट की 17 और एयर इंडिया के 14 विमानों का प्रयागराज एयरपोर्ट से रवाना हुए, जबकि इतने ही विमानों की यहां लैंडिंग भी हुई. जिनसे कुल 9,676 यात्री प्रयागराज पहुंचे. वहीं 9,995 यात्री प्रयागराज एयरपोर्ट से रवाना हुए.
अब तक 55 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
बता दें कि प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान अब तक 55.56 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं. 26 फरवरी तक चलने वाले इस महाकुंभ में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया गया था, लेकिन महाकुंभ में अप्रत्याशित भीड़ उमड़ी. जिससे महाकुंभ के आखिरी दिन तक श्रद्धालुओं का ये आंकड़ा 60 करोड़ के ऊपर जा सकता है.