यूपी चुनाव: रिजल्ट से पहले जानिए कैसे अखिलेश ने पछाड़ा मोदी को
बीजेपी के स्टार प्रचारक पीएम नरेन्द्र मोदी ख़ुद अपना रिकॉर्ड भी नहीं तोड़ पाये।
नई दिल्ली:
यूपी विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को अंतिम चरण का मतदान हो रहा है। इस चरण में सात जिलों की 40 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। बता दें कि यूपी में कुल 403 विधानसभा सीट हैं जिसके लिए सात चरणों में चुनाव कराया गया। यूपी चुनाव राजनीतिक पार्टियों के लिए कितना अहम है इस बात का अंदाज़ा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि इसमें सभी पार्टियों ने कुल 336 रैलियां की।
रैली के मामले में यूपी के सीएम अखिलेश यादव का स्कोर सर्वाधिक रहा है, उन्होंने कुल 211 रैलियां की। वहीं कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी 55 रैलीयों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। बीएसपी प्रमुख मायावती ने इस चुनाव के दौरान कुल 51 रैलियां की, जबकि बिहार चुनाव के दौरान 31 रैली करने वाले पीएम मोदी यूपी चुनाव में रैली करने के मामले में सबसे पीछे रहे हैं, यानी कि चौथे नंबर पर।
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अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी में इकलौते सुपर स्टार प्रचारक के तौर पर बने रहे। उन्होंने 211 जन सभाओं को संबोधित किया। अखिलेश ने एक दिन में तीन से लेकर सात सभाओं को संबोधित किया और रोड शो में भी शामिल हुए। मुलायम सिंह यादव ने केवल चार सभाओं को ही संबोधित किया। शिवपाल यादव भी अपने क्षेत्र तक ही सीमित रहे।
वहीं दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 55 सभाएं व रोड शो किए। ऐसा पहली बार हुआ है जब सोनिया गांधी ने कोई जनसभा नहीं की। प्रियंका गांधी भी केवल दो सभाओं में ही शामिल हुई।
तीसरे नंबर पर रही बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस चुनावी सीज़न में 51 जिलों में सभाएं की। जबकि बसपा महासचिव सतीश मिश्रा और नसीमुद्दीन सिद्दकी भी जनसभाएं करने में पीछे नहीं रहे।
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रैली के मामले में बीजेपी के स्टार प्रचारक पीएम नरेन्द्र मोदी ख़ुद अपना रिकॉर्ड भी नहीं तोड़ पाये। पीएम मोदी ने बिहार चुनाव 2015 के दौरान कुल 31 रैलियां की थी, लेकिन अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लगातार तीन दिन रहने के बावजूद भी वो 24 रैली ही कर पाये। मोदी ने चार जनवरी को मेरठ से रैली की शुरुआत की थी। इस दौरान पीएम ने अलीगढ़, गाजियाबाद, बिजनौर, बदायूं, लखीमपुर खीरी, कन्नौज, हरदोई, बाराबंकी, फतेहपुर, उरई, इलाहाबाद, गोंडा, बहराइच, बस्ती और मऊ की रैलियों को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने सर्वाधिक पांच रैलियां अवध क्षेत्र में खीरी, हरदोई, बाराबंकी, गोंडा और बहराइच में की हैं। अमूमन भाजपा के एक सांगठनिक क्षेत्र में प्रधानमंत्री की दो-दो रैलियां प्रस्तावित थीं लेकिन बाद में इनकी संख्या बढ़ा दी गईं।
पीएम मोदी ने तीन मार्च को मिर्ज़ापुर, चार मार्च को जौनपुर में रैली और वाराणसी में रोड शो और जनसभा को संबोधित किया। जबकि पांच मार्च और छह मार्च को वाराणसी और रोहनिया में रैली और रोड शो किया।
सातवें चरण में मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र में तीन दिन से ज्यादा डटे रहकर बतौर प्रधानमंत्री चुनावी दौर में सर्वाधिक समय देने का रिकार्ड बनाया।
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