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अगर आपने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया है और समय पर चालान नहीं भरा है, तो अब चिंता की कोई बात नहीं. आप घर बैठे ही उस चालान का भुगतान कर सकते हैं, भले ही मामला वर्चुअल कोर्ट तक क्यों न पहुंच चुका हो। भारत सरकार की ई-कोर्ट्स परियोजना के अंतर्गत बनाए गए वर्चुअल कोर्ट पोर्टल के माध्यम से यह प्रक्रिया अब बेहद आसान हो गई है.
वर्चुअल कोर्ट क्या है?
वर्चुअल कोर्ट भारत सरकार की ई-कोर्ट्स मिशन मोड परियोजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य देश की न्याय व्यवस्था को तकनीकी रूप से सशक्त बनाना है. यह एक ऐसा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जहां नागरिक बिना अदालत जाए, अपने ट्रैफिक चालानों की जानकारी देख सकते हैं, उनका भुगतान कर सकते हैं और यहां तक कि उन्हें चुनौती भी दे सकते हैं.
कब जाता है चालान कोर्ट में?
- ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर चालान जारी किया जाता है.
- चालान मिलने के बाद 60 दिनों के भीतर भुगतान करना अनिवार्य होता है.
- यदि 60 दिन में भुगतान नहीं किया गया, तो चालान वर्चुअल कोर्ट में भेज दिया जाता है.
इसके बाद भी अगर 90 दिनों तक चालान का भुगतान नहीं हुआ, तो मामला फिजिकल कोर्ट यानी जिला न्यायालय तक पहुंच सकता है, जहां कानूनी कार्यवाही हो सकती है.
कैसे करें वर्चुअल कोर्ट पोर्टल पर चालान का भुगतान?
1. वर्चुअल कोर्ट वेबसाइट पर जाएं
ब्राउजर में जाकर https://vcourts.gov.in खोलें.
- वहां उस राज्य का चयन करें, जहां आपका वाहन रजिस्टर्ड है.
2. चालान सर्च करें
अब आप चालान को सर्च करने के लिए इन विकल्प को चुन सकते हैं:
- मोबाइल नंबर
- वाहन नंबर
- चालान नंबर
- CNR नंबर
- कैप्चा भरें और ओटीपी के माध्यम से लॉगिन करें.
3. चालान डिटेल्स देखें
- ‘View’ बटन पर क्लिक करके चालान की सभी डिटेल्स और फाइन राशि देखें.
- इसके बाद "I wish to pay the proposed fine" विकल्प चुनें.
4. भुगतान करें
- भुगतान के लिए Net Banking, UPI, क्रेडिट या डेबिट कार्ड जैसे विकल्प चुनें.
- पेमेंट होने के तुरंत बाद आपको डिजिटल रसीद मिलेगी, जिसे आप डाउनलोड कर सकते हैं.
90 दिन तक चालान न भरने पर क्या होता है?
अगर आपने चालान 90 दिनों तक भी नहीं भरा, तो मामला सीधे फिजिकल कोर्ट में चला जाता है. इसके बाद आपको न्यायालय में पेश होना पड़ सकता है और आपको कानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ सकता है. इसमें अतिरिक्त जुर्माना या अन्य सजा भी तय हो सकती है.
डिजिटल युग में कोर्ट तक जाना अब आवश्यक नहीं रह गया है. वर्चुअल कोर्ट के माध्यम से आप घर बैठे ही चालान देख सकते हैं, उसका भुगतान कर सकते हैं और जरूरत पड़ने पर उसे चुनौती भी दे सकते हैं। इस सुविधा ने न्याय व्यवस्था को आम नागरिकों के और भी करीब ला दिया है. बेहतर होगा कि आप समय पर चालान का भुगतान करें और कानूनी झंझटों से बचें.