Atal Pension Scheme: अटल पेंशन योजना (APY) देश की प्रमुख रिटायरमेंट सेविंग स्कीम में गिनी जाती है. इसे 10 साल पहले 9 मई 2015 को लांच किया गया था. अब तक इस स्कीम में 7.65 करोड़ ग्राहक बन चुके हैं. यह असंगठित क्षेत्र के लिए भारत की प्रमुख रिटायरमेंट सेविंग स्कीम है. इस योजना में महिलाओं भागीदारी बढ़ी है. इसके कुल ग्राहकों में महिलाओं की भागीदारी करीब 48 फीसदी है.
इस योजना को भारत के इनफॉर्मल वर्कफोर्स को लाभ देने के लिए तैयार किया गया था. यह योजना नामांकन के वक्त योगदानकर्ता की आयु और उनकी मासिक योगदान राशि के आधार पर निर्धारित निश्चित पेंशन लाभ प्रदान करके स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति बचत को प्रोत्साहित करती है.
नागरिकों के लिए वित्तीय सुरक्षा तय करना है
मुख्य रूप से कम आय और असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को ध्यान में रखकर आरंभ की गई अटल पेंशन योजना देश की सबसे सुलभ और समावेशी सामाजिक सुरक्षा पहलों में एक है. यह कम आय वाले परिवारों के लिए लॉग टर्म इनवेस्टमेंट है. इसका लक्ष्य सेवानिवृत्ति के बाद नागरिकों के लिए वित्तीय सुरक्षा तय करना है.
नामांकन में काफी ज्यादा तेजी देखी गई
डिजिटल एक्सेस, ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच को बढ़ावा देने और महिला नामांकन बढ़ाने को लेकर सरकार के जोर ने पूरे देश में अटल पेंशन योजना को लोकप्रिय बना दिया है. वित्त वर्ष 2024-25 में नए ग्राहकों में महिलाओं की हिस्सेदारी 55 प्रतिशत से ज्यादा थी. इसके साथ ही इस अवधि के दौरान कुल नामांकन में काफी ज्यादा तेजी देखी गई है.
इस स्कीम के लिए कौन है पात्र?
18 से 40 साल की आयु वर्ग वाला शख्स इस स्कीम का पार्ट बन सकता है. यह स्कीम असंगठित क्षेत्र के लोगों के लिए है. इस स्कीम का लाभ 60 वर्ष की आयु के बाद लिया जा सकता है. यह 1 हजार रुपये से लेकर 5000 रुपये प्रति माह तक है. इसके लिए न्यूनतम योगदान अवधि 20 वर्ष तक होना आवश्यक है. इसमें 1 अक्टूबर 2022 से बदलाव आया. आयकर भरने वाला शख्स योजना में शामिल नहीं हो सकता है. अटल पेंशन योजना को राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) और विकास प्राधिकरण की ओर से रेगुलेट किया जाता है.