Amarnath Yatra: बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पहला जत्था रवाना हो गया है. यात्रा 38 दिनों तक चलेगी. यात्रा में देश भर से श्रद्धालु आएंगे. श्रद्धालुओं को ऐसे में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए सरकार ने पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं. यात्रा में सुरक्षा से लेकर ठहरने तक की व्यवस्थाएं की गई हैं. अमरनाथ यात्रा पर अगर आप भी जाने वाले हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखने की आवश्कता है, जिससे आपको किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े.
Amarnath Yatra: यात्रा मार्ग पर मिलेंगी ये व्यवस्थाएं
- यात्रा मार्ग पर दोनों ओर 26 ऑक्सीजन बूथ स्थापित किए गए हैं. बालटाल मार्ग पर 16 तो पहलगाम मार्ग पर 10 ऑक्सीजन बूथ स्थापित किए गए हैं.
- बालटाल और नुनवन में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए टेंट लगाए गए हैं.
- यात्रा पूर्ण रूप से सड़क मार्ग से संचालित की जाए.
- यात्रा के दौरान, नो फ्लाइ जोन घोषित है.
- सीसीटीवी के साथ आसमान में भी ड्रोन की मदद से लोगों पर नजर रखा जाएगा.
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ ऑफलाइन रजिस्ट्रेश की सुविधा दी गई है.
- श्रद्धालुओं के लिए हॉल, मोबाइल टॉयलेट, लंगर सेवाएं, बिजली आपूर्ति और पेयजल की व्यवस्था की गई है.
- यात्रा रूट के दौरान, 52 लंगर केंद्र, 60 आरएफआईडी केंद्र स्थापित किए गए हैं.
- केंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं.
- हर एक पड़ाव पर पुलिस सहायता केंद्र बनाया गया है.
- प्राथमिक चिकित्सा और एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध है.
Amarnath Yatra: यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को इन बातों का रखना होगा ध्यान
- यात्रा के दौरान आरएफआईडी कार्ड अपने साथ रखना जरूरी है. बिना इस कार्ड के लोगों को यात्रा नहीं करने दी जाएगी.
- आरएफआईडी कार्ड बायोमैट्रिक के बाद जारी किया जाएगा.
- यात्रा के दौरान, कंफर्टेबल शूज, ऊनी कपड़े, रेनकोट या फिर छाता अपने साथ रखें.
- साथ में वाटरप्रूफ बैग या फिर पॉलिथिन रखें, जिससे कपड़े और फूड प्रोडक्ट गीले न हों.
- यात्रा के दौरान, महिलाएं साड़ी पहनने से बचे, क्योंकि इससे समस्या आ सकती है.
- यात्रा पर जाने से पहले हर रोज करीब पांच किलोमीटर चलने की प्रैक्टिस करें और खूब ज्यादा पानी पिएं.
- किसी भी प्रकार की बीमारी और असहजता महसूस करने पर तुरंत डॉक्टर से सहायता लें.
- यात्रा के वक्त शॉर्टकट का इस्तेमाल न करें. सिर्फ तय मार्ग पर चलें और नोटिस वाले स्थान पर न रुकें.