दिल्ली सरकार महिलाओं और ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए एक नई और आधुनिक सुविधा लेकर आई है — “सहेली स्मार्ट कार्ड”. यह डिजिटल कार्ड, दिल्ली परिवहन निगम (DTC) और क्लस्टर बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा प्रदान करेगा. योजना का उद्देश्य बस यात्रा को अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और आसान बनाना है.
हाल ही में रिपोर्ट्स में यह कहा गया था कि यह कार्ड मौजूदा पिंक टिकट स्कीम को समाप्त करने के लिए लाया गया है. इस पर DTC ने 7 जुलाई 2025 को स्पष्टीकरण भी जारी किया है.
DTC का स्पष्टीकरण: पिंक टिकट स्कीम जारी रहेगी
दिल्ली परिवहन निगम ने साफ किया है कि 07.07.2025 को जारी Expression of Interest (EOI) केवल NCMC-आधारित स्मार्ट कार्ड सुविधा के लिए बैंकों के पैनल को तय करने के उद्देश्य से है. इसका लक्ष्य सभी यात्रियों (महिला, पुरुष और ट्रांसजेंडर) के लिए एक डिजिटल टिकटिंग सिस्टम को लागू करना है.
विशेष जानकारी:
- सहेली स्मार्ट कार्ड केवल दिल्ली की महिलाओं और ट्रांसजेंडर निवासियों के लिए होगा.
- यह कार्ड मुफ्त यात्रा के डिजिटल विकल्प के रूप में काम करेगा.
- पिंक टिकट योजना अभी भी जारी है. सहेली कार्ड उसे बदलने का माध्यम नहीं है, बल्कि एक अतिरिक्त विकल्प है.
- कोई भी अंतिम निर्णय दिल्ली सरकार द्वारा लिए जाने तक पिंक टिकट प्रणाली चालू रहेगी.
- DTC ने नागरिकों से अपील की है कि वे अप्रमाणित खबरों या मीडिया की अटकलों पर विश्वास न करें.
क्या है “सहेली स्मार्ट कार्ड”?
यह एक नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) आधारित स्मार्ट कार्ड है जो बसों में टैप एंड गो तकनीक से काम करेगा. इस कार्ड के जरिए महिलाएं और ट्रांसजेंडर व्यक्ति बिना कंडक्टर की सहायता के बस में सवार हो सकेंगे, और उन्हें मुफ्त यात्रा की सुविधा मिलेगी. ये सुविधा केवल दिल्ली के नागरिकों के लिए है जिनकी उम्र 12 वर्ष या उससे अधिक है.
आवेदन प्रक्रिया
- DTC की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें
- बैंक का चयन कर KYC पूरी करें
- आवश्यक दस्तावेज़:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- दिल्ली का निवास प्रमाण
- पासपोर्ट साइज फोटो
- कार्ड डाक के माध्यम से घर पहुंचाया जाएगा
- गुम होने पर डुप्लीकेट कार्ड बैंक से लिया जा सकता है
- कार्ड निशुल्क यात्रा की सुविधा देगा, लेकिन बैंक सेवा शुल्क ले सकते हैं