रजिस्ट्री कराने को देने होंगे ज्यादा पैसे, UPI के भी बदले नियम, जानिए 1 अगस्त से हुए और क्या बदलाव
अगस्त 2025 शुरू हो गया है और इस महीने की शुरुआत से ही कई नियमों में भी फेरबदल देखने को मिलेगा. क्रेडिट कार्ड से लेकर एलपीजी के दाम तक आइए जानते हैं क्या कुछ बदल गया.
अगस्त 2025 शुरू हो गया है और इस महीने की शुरुआत से ही कई नियमों में भी फेरबदल देखने को मिलेगा. क्रेडिट कार्ड से लेकर एलपीजी के दाम तक आइए जानते हैं क्या कुछ बदल गया.
Rule Change From 1st Aug 2025: नया महीना यानी अगस्त शुरू हो गया है. अपने साथ नया महीना कुछ बदलाव लेकर आया है. ये बदलाव आपकी जिंदगी से सीधा जुड़े हैं तो आपका इनके बारे में जानना जरूरी है. एक अगस्त से यूपीआई के बहुत से नियम बदल गए हैं तो हरियाणा में प्रॉपर्टी के नए कलेक्टर रेट लागू हो गए हैं. इसके अलावा आज से कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर भी आपको सस्ता मिलेगा. एसबीआई के कुछ क्रेडिट कार्ड पर फ्री एयर इंश्यारेंस मिलना 11 अगस्त से बंद हो जाएगा.
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आप अगर होटल, रेस्टोरेंट आदि चलाते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है. 19 किलो वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत 33.50 रुपये कम हो गई है. नई दरें आज से लागू हो गईं हैं. इस कटौती के बाद दिल्ली में 19 किलो कमर्शियल सिलेंडर का दाम 1,631.50 रुपये हो जाएगा. यह राहत होटल, रेस्टोरेंट और छोटे दुकानदारों के लिए फायदेमंद साबित होगी, क्योंकि वे रोजमर्रा के कामकाज में इन सिलेंडरों का इस्तेमाल करते हैं. हालांकि, घरों में इस्तेमाल होने वाले 14.2 किलो घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
फरीदाबाद, गुड़गांव में बढ़ा कलेक्टर रेट
हरियाणा में प्रॉपर्टी का कलेक्टर रेट बढा दिया गया है. कलेक्टर रेट में 5 फीसदी से लेकर 25 फीसदी तक वृद्धि होगी. गुरुग्राम, फरीदाबाद, बल्लभगढ सहित हरियाणा में इससे प्रॉपर्टी खरीदना अब महंगा हो जाएगा क्योंकि रजिस्ट्री के लिए ज्यादा फीस चुकानी होगी. कलेक्टर रेट किसी भी जिले में जमीन की वह न्यूनतम कीमत है, जिस पर कोई रियल एस्टेट प्रॉपर्टी खरीदार को बेची जा सकती है. इसी पर तहसीलों में प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री होती है. कलेक्टर रेट को सर्किल रेट भी कहा जाता है.
यूपीआई के बदले नियम
एक अगस्त के से UPI यूजर्स एक दिन में सिर्फ 50 बार ही किसी एक ऐप से बैलेंस चेक कर पाएंगे. अगर आप दो अलग-अलग ऐप का इस्तेमाल करते हैं तो हर ऐप पर यह लिमिट अलग-अलग लागू होगी. व्यस्त समय (सुबह 10 से दोपहर 1 बजे और शाम 5 से रात 9:30 बजे तक) में बैलेंस चेक पर रोक या सीमित एक्सेस होगी ताकि सर्वर लोड कम हो.
हर पेमेंट के बाद मिलेगा बैलेंस अपडेट
अब हर सफल पेमेंट के बाद बैंक खुद SMS या इन-ऐप नोटिफिकेशन के ज़रिए बतायेगा कि आपके खाते में कितना बैलेंस बचा है. इससे दुकानदारों, फ्रीलांसरों, छोटे व्यापारियों को बार-बार बैलेंस चेक करने की जरूरत नहीं होगी.
ऑटोपे अब सिर्फ नॉन-पीक आवर्स में
Netflix, Amazon Prime, EMI या SIP जैसे ऑटो पेमेंट अब केवल नॉन-पीक टाइम में ही प्रोसेस होंगे. ऑटो पे सुबह 10 बजे से पहले, दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे के बीच और रात 9:30 बजे के बाद होगा. पीक आवर्स में कोई भी ऑटोपे ट्रांजैक्शन नहीं होगा.
फेल या पेंडिंग ट्रांजैक्शन का स्टेटस चेक
अब अगर कोई ट्रांजैक्शन फेल हो जाए या पेंडिंग हो, तो उसकी स्थिति कम से कम 90 सेकंड बाद ही चेक की जा सकेगी. दिन में केवल 3 बार ही ट्रांजैक्शन स्टेटस चेक किया जा सकेगा. हर बार कम से कम 45-60 सेकंड का अंतर होना जरूरी होगा.
क्रेडिट कार्ड पर फ्री इंश्योरेंस खत्म
SBI Card होल्डर्स के लिए बदल जाएंगे नियम अगस्त से एसबीआई कार्ड (SBI Card) होल्डर्स की जेब पर भारी असर पड़ा सकता है. 11 अगस्त से SBI कई को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड्स पर मिलने वाले फ्री एयर एक्सीडेंट इंश्योरेंस कवर को बंद करने जा रहा है. अभी तक SBI- सेंट्रल बैंक, पीएसबी, UCO बैंक, करूर वैश्य बैंक, अलाहाबाद बैंक के साथ मिलकर कुछ कार्ड्स पर 1 करोड़ रुपये या 50 लाख रुपये का कवर देता था.