अगले साल जनवरी के मध्य में महाकुंभ का आयोजन होने वाला है. प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होगा. महाकुंभ में भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया से लाखों-करोड़ों लोग आएंगे. महाकुंभ 12 साल में एक बार होता है, इस वजह से महाकुंभ काफी खास माना जाता है.
महाकुंभ में स्नान करने से इंसान को पुण्य मिलते हैं. उनके पाप खत्म हो जाते हैं. साधु-संतों से लेकर आम श्रद्धालुओं को महाकुंभ में स्नान करने का बेसब्री से इंतजार होता है. 13 जनवरी से महाकुंभ शुरू हो रहा है. 13 जनवरी को ही महाकुंभ का पहला शाही स्नान भी होगा. आप भी अगर शाही स्नान करना चाहते हैं तो आपको क्या करना है, आइये जानते हैं.
13 जनवरी से शाही स्नान शुरू
महाकुंभ के शाही स्नान करके बहुत बड़ा धार्मिक महत्व है. शाही स्नान में पहले साधु-संत स्नान करते हैं. इसके बाद आम श्रद्धालु मां गंगा में डुबकियां लगाएंगे. महाकुंभ में इस बार 13 जनवरी को पहला, 14 जनवरी को दूसरा, 29 जनवरी को तीसरा, तीन फरवरी को चौथा, 12 फरवरी को पांचवा और 26 फरवरी को आखिरी और छठवां शाही स्नान होगा.
पहले ही करवा लें रजिस्ट्रेशन
महाकुंभ में शाही स्नान करने के लिए आपको कोई खास तैयारी करवाने की जरुरत नहीं है. आपको बस महाकुंभ में रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. महाकुंभ आने वाले श्रद्धालुओं के लिए डिजिटल रजिस्ट्रेशन जरुरी है. रजिस्ट्रेशन की मदद से अगर कोई परिचित व्यक्ति आपका खो जाता है तो उसे ढूंढने में मदद मिलती है. रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन या मेला प्राधिकरण में ऑफलाइन भी करवा सकते हैं.
शाही स्नान के दौरान इन चीजों का न करें इस्तेमाल
अगर आप पहली बार महाकुंभ में शाही स्नाना करेंगे तो आपको कुछ बातों का विशेष ख्याल रखना होता है. जैसे- आपको शैंपू, साबुन, तेल जैसी चीजों का इस्तेमाल नहीं करना होगा. आपको मुहुर्त के हिसाब से ही शाही स्नान करना होगा क्योंकि मुहुर्त में ही आपको अधिक फल मिलता है.