जब से 2000 हजार के नोट बंद हुए हैं, तब से 500 रुपये का नोट भारतीय मुद्रा में सबसे बड़ा नोट हो चुका है. इस बीच ऐसी खबरें तेजी से फैल रही हैं कि 500 रुपये के स्टार वाले नोट को जल्द ही बंद कर दिया जाएगा. सोशल मीडिया में ऐसा भी कहा जा रहा है कि यह नोट नकली हैं. आरबीआई ने अफवाहों पर अपनी गाइडलाइन जारी है और दिशा निर्देश जारी किए हैं.
500 रुपये को लेकर RBI ने खोली सच्चाई
आरबीआई के अनुसार, 500 रुपये के स्टार चिन्ह वाले नोट पूरी तरह से वैध और असली है. यह नोट उन नोटों के स्थान पर जारी किए गए थे जो प्रिंटिंग दोष की वजह से खराब हो गए थे. इसमें नोट के नंबर क्रम को देखा गया था. यह प्रक्रिया 2006 से शुरू हुई. इसका लक्ष्य प्रिंटिंग प्रक्रिया को आसान किफायती बनाना है.
आखिर क्या था लक्ष्य
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) लगातार नोटों की छपाई को आसान और सरल बना रहा है. 2006 में नोटों की छपाई की लगात को कम करने के उद्देश्य से यह प्रक्रिया अपनाई गई. इसे सरल बनाने को लेकर स्टार चिन्ह वाले नोटों का चलन आरंभ हुआ. छपाई के दौरान अगर नोट खराब हो जाते, तो पूरे बैच को रद्द करना पड़ता था. इससे समय और संसाधनों का नुकसान हो रहा था. इस परेशानी के हल को लेकर आरबीआई ने खराब नोटों को बदलने के लिए स्टार चिन्ह वाले नोट को चलन में लाई.
स्टार चिन्ह वाले नोट आपके हाथ में आते हैं तो क्या समझें?
अगर इस तरह के नोट आपके हाथ में आते हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है. ये नोट कानूनी रूप से वैध हैं. इन पर छपे स्टार चिन्ह का अर्थ है कि यह नोट एक रिप्लेसमेंट नोट की तरह है. इस छपाई का अर्थ है कि किफायती रूप से सरल बनाना है.
आपको बता दें कि 2016 में स्टार चिन्ह वाले नोट सामने आए थे. अब इन नोटों को लेकर अफवाह फैल रही है. अफवाह में कहना है कि 500 रुपये के स्टार चिन्ह वाले नोट नकली हैं. इस दावें ने आम जनता को भ्रमित किया है. हालांकि इस मामले में PIB फैक्ट चेक पहले ही कह चुका है कि यह खबर पूरी तरह से गलत है.