राजस्थान सरकार ने बेटियों को पढ़ाई और जीवन में आगे बढ़ाने के उद्देश्य से एक बड़ी पहल की है. पहले से चल रही ‘मुख्यमंत्री राजश्री योजना’ को अब नया नाम देकर ‘लाड़ो प्रोत्साहन योजना’ के रूप में शामिल कर दिया गया है. इस योजना के तहत अब गरीब परिवारों में जन्मी प्रत्येक बच्ची को कुल 1.50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी.
अब मिलेंगे 1.50 लाख रुपये
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस राशि को पहले की 1 लाख से बढ़ाकर 1.50 लाख रुपए करने का ऐलान 12 मार्च 2025 को बजट चर्चा के दौरान किया था. यह संशोधित योजना 1 अगस्त 2024 से पूरे प्रदेश में लागू हो चुकी है. लाभार्थी बालिकाओं को यह राशि सात किश्तों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से उनके या उनके माता-पिता के बैंक खातों में दी जाएगी.
कैसे बैंक अकाउंट में आएंगे पैसे?
राशि का वितरण जन्म के समय ₹2,500 दिया जाएगा. एक वर्ष की उम्र और टीकाकरण के बाद ₹2,500 मिलेंगे. वहीं, पहली कक्षा में प्रवेश पर ₹4,000 की मदद दी जाएगी. इसके बाद छठी कक्षा में प्रवेश पर ₹5,000 मिलेगा. जब बच्ची दसवीं कक्षा में प्रवेश करेगी तो ₹11,000 की राशि दी जाएगी. इसके बाद बारहवीं में दाखिले पर ₹25,000 की आर्थिक मदद दी जाएगी. जैसे ही बच्ची स्नातक पास करगी और 21 वर्ष की उम्र हो जाएगी तो ₹1,00,000 रुपये दिए जाएंगे.
आखिर सरकार ने क्यों उठाया ऐसा कदम?
अब सवाल है कि आखिर इस योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है? प्रदेश में बालिकाओं की शिक्षा को प्रोत्साहन देना है. उनके स्वास्थ्य और सामाजिक स्थिति को बेहतर बनाना है. समाज में बेटियों को लेकर सकारात्मक सोच पैदा करना है. इसके अलावा बाल विवाह और लैंगिक भेदभाव जैसी कुप्रथाओं पर रोक लगाना है.
कैसे करेंगे अप्लाई?
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा सहयोगिनी गर्भवती महिलाओं का डाटा कलेक्ट कर नजदीकी अस्पताल को देंगी. इसके बाद सभी जानकारियां RCH रजिस्टर और PCTS पोर्टल पर दर्ज की जाएंगी. जिनके पास भामाशाह कार्ड नहीं है, उन्हें ई-मित्र केंद्र के माध्यम से बनवाया जाएगा.
क्या-क्या लगेंगे डॉक्यूमेंट्स?
- माता-पिता का आधार और भामाशाह कार्ड
- बालिका का आधार कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र
- स्कूल प्रवेश प्रमाण पत्र
- 12वीं की मार्कशीट (अगर लागू हो)
- मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो
कौन-कौन कर सकता है अप्लाई?
- बच्ची राजस्थान की नागरिक होनी चाहिए
- बच्ची का जन्म 1 जून 2016 या उसके बाद होना चाहिए
- बच्ची का जन्म JSY रजिस्ट्रेशन गर्वमेंट हॉस्पिटल में या प्राइवेट अस्पताल में हुआ हो
- घर में दो बेटियों को मिलेगा लाभ
नोट: योजना का संचालन महिला अधिकारिता विभाग करेगा और इसकी हर तीन महीने में समीक्षा जिला कलेक्टर द्वारा की जाएगी.
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