भारत और चीन के बीच रिश्तों को मजबूत बनाने और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने बीजिंग की यात्रा की. इस दौरान उन्होंने चीन के उपराष्ट्रपति हान झेंग और विदेश मंत्री वांग यी समेत कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की.
सीमापार सहयोग और आदान-प्रदान पर सहमति
वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने आपसी हितों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की और सीमापार सहयोग एवं आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए सकारात्मक दिशा प्रदान की. इसमें कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने, सीमापार नदियों के डाटा साझा करने और सीमा व्यापार को बढ़ाने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल थे. दोनों पक्षों ने यह भी स्वीकार किया कि भारत-चीन संबंधों का स्थिर, पूर्वानुमानित और सौहार्दपूर्ण होना न केवल क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए भी महत्वपूर्ण है.
चीन के उपराष्ट्रपति से मुलाकात
NSA अजीत डोभाल ने चीन के उपराष्ट्रपति हान झेंग से भी मुलाकात की. इस बैठक में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाने पर सहमति जताई गई.
वांग यी को भारत आने का न्योता
NSA डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी को भारत आने का निमंत्रण दिया. उन्होंने वांग यी से आग्रह किया कि वह एक सुविधाजनक समय पर भारत की यात्रा करें और विशेष प्रतिनिधि स्तर की वार्ता का अगला दौर आयोजित करें. इस यात्रा को भारत-चीन संबंधों को बेहतर बनाने की दिशा में एक सकारात्मक पहल माना जा रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह वार्ता दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली और आपसी सहयोग को नई दिशा देने में मददगार साबित हो सकती है.