PM Shram Yogi Mandhan Yojana: देश की केंद्र और राज्य सरकारें समय-समय पर अपने नागरिकों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाती हैं. इन योजनाओं में सरकार महिलाओं, युवाओं, बुजुर्गों, बेरोजगारों, किसानों और मजदूरों का ध्यान रखती है. योजना के पीछे सरकार का मकसद देश के गरीब और पिछड़े लोगों के आर्थिक और सामाजिक जीवन को ऊपर उठाना होता है. इस क्रम में सरकार ने पीएम श्रम योगी मानधन योजना की शुरुआत की है. इस योजना के पीछे सरकार का उद्देश्य देश के असंगठित क्षेत्र से जुड़े श्रमिकों को फायदा पहुंचाना है. क्योंकि इन श्रमिकों की आय और पेंशन स्टेबल नहीं होती.
मजदूरों को हर महीने 3000 रुपए की पेंशन
पीएम श्रम योगी महाधन योजना के तहत भारत सरकार इन मजदूरों को हर महीने 3000 रुपए की पेंशन देती है. अगर आप भी श्रमिक हैं और असगंठित क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो आप भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं. दरअसल, केंद्र सरकार ने 2019 में प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत सरकार असंगठित क्षेत्र से जुड़े मजदूरों को 60 साल के बाद 3000 रुपए मासिक पेंशन देती है. हालांकि इस योजना में मजदूरों की तरफ से भी योगदान दिया जाता है. लेकिन उतने ही पैसे सरकार भी अपनी तरफ से देती है. अगर कोई मजदूर हर महीने 50 रुपए का कंट्रीब्यूशन देता है तो 50 रुपए सरकार भी जमा करती है. इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक की उम्र 18 से 40 साल के बीच होनी चाहिए ताकि लगभग 20 साल तक योजना में कंट्रीब्यूशन किया जा सके.
इस योजना का एक लाभ यह भी है कि जितनी जल्दी या कम उम्र में इसकी शुरुआत कर दी जाती है. प्रीमियम की राशि उतनी ही कम हो जाती है.
इन मजदूरों को मिलता है लाभ-
- रिक्शा चालक
- घर में काम करने वाले
- ड्राइवर
- बुनकर
- प्लंबर
- रेहड़ी लगाने वाले दुकानदार
- दर्जी
- मिड-डे मील वर्कर
- निर्माण कार्य करने वाले मजदूर
- कूड़ा बीनने वाले
- बीड़ी बनाने वाले
- हथकरघा
- कृषि कामगार
- मोची
- धोबी
- चमड़ा का काम करने वाले