अगर आप भी पीएम किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं तो आपके लिए यह खबर काफी जरूरी है. सरकार की तरफ से एक महत्वपूर्ण सूचना जारी की गई है जो सभी किसानों के लिए बेहद जरूरी है. दरअसल, 20वीं किस्त जारी होने से पहले कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने योजना के सभी लाभार्थियों से अपील की है कि वह किसी भी तरह की झूठी या भ्रामक जानकारी से बचें और सतर्क रहें. मंत्रालय ने साफ कहा है कि हाल ही में कुछ लोग सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर पीएम किसान योजना से जुड़ी गलत जानकारियां फैला रहे हैं, जिससे किसान भ्रमित हो रहे हैं. ऐसे में सभी किसानों को सलाह दी गई है कि वह किसी भी अनजान कॉल मैसेज या फर्जी वेबसाइट से दूर रहें और केवल आधिकारिक वेबसाइट pm kan.gov.in और योजना के ऑफिशियल Twitter अकाउंट पर दी गई जानकारियों पर ही भरोसा करें.
कृषि मंत्रालय ने शेयर की जानकारी
कृषि मंत्रालय ने अपने ऑफिशियल Twitter हैंडल के जरिए भी यह जानकारी साझा की है और किसानों को सावधान किया है. ट्वीट में लिखा गया है किसान भाइयों और बहनों पीएम किसान के नाम पर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही झूठी बातों से सावधान रहें. यह भी बताया गया है कि इस योजना से जुड़ी कोई भी आधिकारिक जानकारी सिर्फ सरकार की तय वेबसाइट या सोशल मीडिया चैनल पर ही दी जाती है. कई बार कुछ लोग फर्जी लिंक भेजकर या कॉल करके किसानों से उनकी निजी जानकारी जैसे आधार नंबर, बैंक डिटेल्स आदि पूछते हैं और फिर उनका गलत इस्तेमाल करते हैं. इसलिए मंत्रालय ने सभी किसानों से अनुरोध किया है कि वह किसी भी स्थिति में अपनी जानकारी किसी अनजान व्यक्ति या प्लेटफार्म के साथ शेयर ना करें. किस्त पाने से पहले अगर आपके मोबाइल पर कोई संदिग्ध कॉल या मैसेज आता है तो उसकी जांच किए बिना उस पर भरोसा ना करें.
6,000 रुपए सालाना दी जाती है आर्थिक मदद
पीएम किसान योजना के तहत देश के करोड़ों किसानों को हर साल तीन किश्तों में ₹6000 की आर्थिक सहायता दी जाती है. ऐसे में यह जरूरी है कि किसान अपनी जानकारी और दस्तावेजों को लेकर पूरी तरह सचेत रहें ताकि योजना का लाभ उन्हें समय पर और सुरक्षित रूप से मिल सके. इसके अलावा अगर किसी किसान को लगता है कि उनके साथ किसी तरह का की धोखाधड़ी हो रही है या गलत जानकारी दी जा रही है तो तुरंत नजदीकी कृषि कार्यालय या हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें. कुल मिलाकर सरकार की तरफ से साफ संदेश है कि योजना को लेकर किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें और केवल सरकारी स्रोतों से मिली जानकारी को ही सच माने ताकि बिना किसी परेशानी के किसान योजना का लाभ ले सकें.