PM Ashah Yojana: भारत सरकार ने आम जनता से लेकर हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए कई तरह की योजनाएं चला रखी हैं. फिर चाहे महिलाओं के लिए सम्मान निधि हो या फिर युवाओं और बुजुर्गों के लिए योजनाएं. हर तबके और हर आयु वर्ग को ध्यान में रखा गया है. लेकिन इस बीच किसानों को लेकर एक बुरी खबर सामने आई है. दरअसल प्रधानमंत्री से जुड़ी एक खास योजना को नए साल में बंद किया जा सकता है. ये योजना है पीएम आशा योजना. सरकार की अनाज खरीदारी में निजी भागीदारी की अनुमति देने वाली ये योजना अब बंद की जा सकती है.
किसानों को हो सकता है नुकसान
किसानों के लिए वैसे तो भारत सरकार की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. जल्द ही पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 19वीं किस्त भी जारी की जा सकती है. लेकिन इस बीच पीएम आशा योजना बंद किए जाने के संकेत मिले हैं. सूत्रों की मानें जनवरी 2025 से ये योजना बंद की जा सकती है.
किसानों को क्या होगा नुकसान
आमतौर पर पीएम आशा योजना के जरिए अनाज की खरीदारी में निजी भागीदारी को सुनिश्चित करने में ये योजना मदद करती थी. लेकिन कुछ कारणों के चलते इसे बंद किया जा सकता है. सरकार का कहना है कि इस योजना में निजी भागीदारी लगातार गिर रही थी. ऐसे में इससे किसानों के लिए अपनी फसलों के उचित मूल्य मिलने में थोड़ी दिक्कत हो सकती है.
योजना में किया जाएगा बदलाव
वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुताबिक किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी मिनिमम सपोर्ट प्राइज देने के लिए पीएम आशा की प्रमुख योजना में भी कुछ बदलाव किया जाएगा. यही नहीं कृषि मंत्री की मानें तो देश में बीते वर्ष के मुकाबले इस वर्ष चावल का उत्पादन बेहतर हुआ है और आगे इसके और अच्छे होने के संकेत हैं. उन्होंने यह भी बताया कि बीते कुछ दिनों में 41 लाख हेक्टेयर चावल की जमीन अब बढ़कर 1.64 लाख हेक्टेयर हो गई है. जो सकारात्मक संकेत है.