Operation Sindoor: भारतीय सेना द्वारा हाल ही में अंजाम दिए गए "ऑपरेशन सिंदूर" ने देशवासियों के भीतर आत्मविश्वास भर दिया है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए भारतीय सेना ने पाकिस्तान के भीतर घुसकर आतंकियों को ऐसा सबक सिखाया, जो उनकी आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी। यह कार्रवाई न केवल सैन्य रणनीति का उदाहरण है, बल्कि यह भी संदेश है कि भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। लेकिन इस राष्ट्रीय सुरक्षा की लड़ाई में हम सभी नागरिकों की भी एक भूमिका है।
वर्तमान में देशभर में मॉक ड्रिल और सुरक्षा अभ्यास चल रहे हैं ताकि किसी अप्रत्याशित आपदा या आपातकालीन स्थिति से बेहतर ढंग से निपटा जा सके। ऐसे में आम नागरिकों के लिए यह जरूरी हो जाता है कि वे भी सतर्क रहें और तकनीक का बेहतर उपयोग करें। इस दिशा में एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण कदम है- अपने स्मार्टफोन में इमरजेंसी अलर्ट (SOS) को सक्रिय करना।
क्यों जरूरी है इमरजेंसी अलर्ट ऑन करना?
इमरजेंसी अलर्ट एक ऐसी सुविधा है जो सरकार और प्रशासन को जरूरी जानकारी नागरिकों तक तुरंत पहुंचाने में सक्षम बनाती है। किसी भी आपात स्थिति—चाहे वह आतंकी हमला हो, प्राकृतिक आपदा हो या अन्य खतरा—में यह फीचर आपको तुरंत अलर्ट भेजता है। खास बात यह है कि यह अलर्ट फोन के साइलेंट मोड में होने पर भी बजता है, जिससे कोई भी चेतावनी मिस नहीं होती।
एंड्रॉयड फोन में ऐसे करें इमरजेंसी अलर्ट ऑन
- अपने स्मार्टफोन की सेटिंग्स में जाएं।
- नीचे स्क्रॉल करते हुए Safety & Emergency विकल्प पर क्लिक करें।
- सबसे नीचे आपको Wireless Emergency Alerts का विकल्प मिलेगा, उस पर टैप करें।
- यहां आप अलर्ट्स को Allow करके ऑन कर सकते हैं। साथ ही अतिरिक्त अलर्ट विकल्प भी इनेबल करें।
iPhone में इमरजेंसी अलर्ट ऑन करने का तरीका
- Settings में जाएं
- वहां से Notifications विकल्प पर क्लिक करें
- स्क्रीन के सबसे नीचे Government Alerts का सेक्शन मिलेगा
- इसमें Test Alerts का विकल्प होगा, उसे ऑन कर दें
इमरजेंसी अलर्ट मिलेगी मदद
- किसी भी आपदा या हमले की स्थिति में तुरंत चेतावनी मिलेगी.
- प्रशासन की ओर से जारी निर्देशों की जानकारी रियल टाइम मिलेगी
- आप इस जानकारी को दूसरों तक पहुंचाकर सामाजिक जिम्मेदारी निभा सकते हैं.
हर जेब में स्मार्टफोन है और उसे सिर्फ सोशल मीडिया या एंटरटेनमेंट तक सीमित न रखकर सुरक्षा के उपकरण के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। भारत जैसे विशाल और संवेदनशील देश में नागरिकों की सतर्कता और सहभागिता ही देश की रक्षा को और मजबूत बनाती है।
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