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भारतीय रेलवे क्यों लगा रहा है ट्रैक पर TWS, जानिए क्या होंगे फायदे

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक Thick Web Switch (TWS) का इस्तेमाल बढ़ने से ट्रैक पर ज्यादा स्पीड के साथ ट्रेनों का संचालन किया जा सकता है.

Updated on: 10 Dec 2021, 10:34 AM

highlights

  • चालू वित्त वर्ष में उत्तर पश्चिम रेलवे पर 219 थिक वेब स्विच लगाने का लक्ष्य 
  • उत्तर पश्चिम रेलवे पर अभी तक 88 TWS स्थापित किए जा चुके हैं

नई दिल्ली:

Indian Railway-IRCTC: ट्रेन यात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे लगातार प्रयास करता रहता है. साथ ही उनको विश्वस्तरीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए रेलवे के द्वारा विश्व स्तरीय तकनीक का इस्तेमाल भी किया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर पश्चिम रेलवे सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से रेलवे ट्रैक को मजबूती प्रदान करने और ट्रैक की स्पीड बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. रेलवे ट्रैक की स्थिरता के लिए कंक्रीट स्लीपर को पटरी के साथ मजबूती प्रदान करने के लिए Thick Web Switch (TWS) का उपयोग हो रहा है.

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 मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसका इस्तेमाल बढ़ने से ट्रैक पर ज्यादा स्पीड के साथ ट्रेनों का संचालन किया जा सकता है. उत्तर पश्चिम रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि भारतीय रेलवे पर सभी रूट और व्यस्त मार्गो पर थिक वेब स्विच (TWS) का उपयोग करने का फैसला लिया गया है. बता दें कि थिक वेब स्विच को कंक्रीट स्लीपरों पर आसानी से इंस्टॉल किया जा सकता है.
  
चालू वित्त वर्ष में उत्तर पश्चिम रेलवे पर 219 थिक वेब स्विच लगाने का लक्ष्य तय किया हुआ है. उत्तर पश्चिम रेलवे पर अभी तक चिन्हित मार्गों पर 88 TWS स्थापित किए जा चुके हैं. TWS को लगाने का उद्देश्य ट्रेनों की 130 किलोमीटर प्रति घंटे की गति को हासिल करना है.