logo-image

क्या है हिट एंड रन, कैसे होती है कानूनी कार्रवाई, जानें सबकुछ

Hit And Run: आजकल हिट एंड रन को लेकर खूब बहस चर रही है. लेकिन क्या आपको पता है कि हिट एंड रन है क्या? हिट एंड रन केस एक तरह का यातायात अपराध है जो जब एक वाहन अन्य वाहन को टच करता है और तत्काल ही उस जगह से भाग जाता है.

Updated on: 04 Jan 2024, 08:39 AM

highlights

  • क्या है हिट एंड रन, कैसे होती है कानूनी कार्रवाई, जानें सबकुछ
  • एक बार ट्रक ड्राइवर्स की हड़ताल के बाद हिट एंड रन पर हो रही खूब चर्चा 
  • 2 दिन की हड़ताल के बाद सरकार ने प्रस्ताव लिया वापस

नई दिल्ली :

Hit And Run: आजकल हिट एंड रन को लेकर खूब बहस चर रही है. लेकिन क्या आपको पता है कि हिट एंड रन है क्या? हिट एंड रन केस एक तरह का यातायात अपराध है जो जब एक वाहन अन्य वाहन को टच करता है और तत्काल ही उस जगह से भाग जाता है. बिना किसी विपरीत प्रभाव के रुकते हुए. इसे अक्सर दौड़ते वाहनों के बीच में देखा जाता है और यह अपराध गंभीर हो सकता है क्योंकि इससे दूसरे वाहन या लोगों को क्षति हो सकती है. इससे पहले हिट एंड रन जब चर्चाओं में आया था, जब सलमान खान पर फुटपाथ पर लेटे लोगों पर गाड़ी चढ़ाने का आरोप लगा था. 

यह भी पढ़ें : PM Kisan Nidhi: नए साल पर पीएम किसान निधि को लेकर बड़ा अपडेट, लाभार्थियों को इस दिन मिलेगा लाभ

हिट एंड रन केस पर कैसे होती है कार्रवाई
जनहित में याचिका (FIR): पहले और सबसे महत्वपूर्ण कदम है प्राधिकृत अथॉरिटी के पास जनहित में याचिका (FIR) दर्ज करवाना. यह अपराध की जानकारी को पुलिस के सामने रखता है. पुलिस जाँच करेगी और शाक्षात्कार करेगी, और जितने भी संभावित साक्षात्कारकर्ता हो सकते हैं, उन्हें सुनेगी। इसके अलावा, यदि कोई साक्षात्कारकर्ता ने तथ्यों का समर्थन करने के लिए किसी तरह के सबूत प्रदान किए हैं, तो उन्हें भी ध्यान में लिया जाएगा. हिट एंड रन केस के लिए कानूनी सजा उस स्थिति के आधार पर दी जाती है जिसमें यह घटना हुई है। यदि कोई व्यक्ति गिरफ्तार होता है और उसे दोषित पाया जाता है, तो उसे दंडित किया जा सकता है.

मुआवजे का प्रावधान 
यदि किसी व्यक्ति या उसकी संपत्ति को यह अपराध किया गया है, तो उसे न्यायिक मुआवजा मिल सकता है. यह मुआवजा क्षति की मात्रा और प्रकार पर निर्भर करता है. इस प्रकार, हिट एंड रन केस पर कानूनी कार्रवाही सुरक्षित और न्यायिक हो सकती है ताकि यात्री या पीड़ित पूरी तरह से सुरक्षित महसूस कर सकें. हालांकि फिलहाल सरकार ने अपने प्रस्ताव को वापस ले लिया है. साथ ही कानून को लागू करने से पहले ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन से बातचीत के बाद ही कुछ होगा. जिसके बाद ट्रक ड्राइवर्स ने हड़ताल वापल ले ली है.