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UP Budget 2023: UP में देसी गाय पालने वालों की हुई चांदी, सरकार करेगी आर्थिक मदद

UP Government Budget 2023: उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक खुशखबरी है. यदि प्रदेश का कोई भी किसान देशी नस्ल की गाय खरीदकर पालना चाहता है तो सरकार उसकी आर्थिक मदद करेगी. बजट 2023 (Budget 2023) में इसकी बाकायदा घोषणा की गई है

Updated on: 23 Feb 2023, 04:56 PM

highlights

  • डेयरी सेक्टर पर 233 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करेगी योगी सरकार
  • बजट 2023 में किया गया ऐलान, तत्काल अनुपालन के आदेश 
  • मेरठ और वाराणसी में डेयरी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए भी बजट का प्रावधान 

नई दिल्ली :

UP Government Budget 2023: उत्तर प्रदेश के  किसानों के लिए एक खुशखबरी है. यदि प्रदेश का कोई भी किसान देसी नस्ल की गाय खरीदकर पालना चाहता है तो सरकार उसकी आर्थिक मदद करेगी. बजट 2023 (Budget 2023)   में इसकी बाकायदा घोषणा की गई है. देशी गाय पालने वालों सरकार अनुदान के रूप में धनराशि देगी. इसके लिए बजट में 233 करोड़ रुपए का अलग से प्रावधान किया गया है.. यही नहीं मेरठ और वाराणसी में डेयरी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए भी बजट में प्रावधान किया गया है.

नन्द बाबा दुग्ध मिशन के लिए अलग से बजट 
उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने  बजट भाषण के दौरान कहा कि योगी सरकार ने वर्तमान दुग्ध संघों के सुदृढ़ीकरण एवं पुनर्जीवित करने की योजना के लिए 86.95 करोड़ रुपए के बजट अलग से प्रावधान किया है. नंद बाबा दुग्ध मिशन के लिए भी बजट सरकार के पास है. इसके अलावा  दुग्धशाला विकास एवं दुग्ध उत्पाद प्रोत्साहन नीति 2022 के तहत लगने वाली इकाइयों को वित्तीय अनुदान दिया जाएगा. जिसके लिए 25 करोड़ रुपए का बजट रखा गया  है. 
 
छुट्टा गोवंश के लिए 750 करोड़  
प्रदेश के किसानों को सबसे ज्यादा इन दिनों कोई परेशानी है तो वो छुट्टा गोवंश की. क्योंकि छुट्टा पशु आए दिन फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. लेकिन अब उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है. यूपी की योगी सरकार ने छुट्टा गोवंश के रख-रखाव के लिए भारी-भरकम  750 करोड़ रुपए का बजट रखा है. ताकि छुट्टा पशु किसानों को  परेशान न कर पाएं. बुंदेलखंड की बात करें तो प्रति जनपद में 5-5 गोआश्रय स्थापित किये जाएंगे. इसके अलावा गौ संरक्षण केन्द्र, पशु रोग नियंत्रण, भेड़ पालन योजना के लिए  भी बजट का प्रावधान किया गया है...

इन्हें मिलेगा अनुदान 
आपको बता दें कि प्रेदश में अक्सर देसी नस्ल की गायों की कद्र नहीं होती. क्योंकि ये गाय दूग्ध कम मात्रा में देती हैं. हालांकि इनका दूध सबसे ज्यादा ताकतवर माना जाता है. उसके बावजूद भी लोग देशी नस्ल की गायों को खरीदना नहीं चाहते. जिसके लिए सरकार ने अब अनुदान देने का फैसला लिया है. कोई भी किसान यदि देशी नस्ल का गौवंश खरीदेगा तो उसे सरकार की और से अच्छा-खासा अनुदान दिया जाएगा.