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Tomato Price Today: टमाटर के बाद अब थाली से गायब होने वाली है ये सब्जियां, आसमान छुएंगे भाव

Tomato Price Today: पिछले कुछ दिनों से टमाटर के भाव आसमान छू रहे हैं. भारतीय बाजारों में 120 रुपए किलो तक बिक रहे टमाटर के बाद अब मार्केट्स एक्सपर्ट्स ने इन सब्जियों के महंगे होने के संकेत दिए हैं

Updated on: 29 Jun 2023, 12:21 PM

New Delhi:

Tomato Price Today: देश में टमाटर के भाव अभी सातवें आसमान पर हैं. यही वजह है कि जो टमाटर भारतीयों के खाने का अहम हिस्सा हुआ करता था, वो ही अब उनकी थाली से गायब है. इसके साथ ही रेस्टोरेंट और होटलों पर भी सलाद की प्लेट से टमाटर नदारद है. पिछले महीने तक केवल 15 रुपए किलो बिकने वाला टमाटर आज बाजार में 120 रुपए किलो तक बिक रहा है. पिछले कुछ दिनों में ही टमाटर के भाव में हुई 200 प्रतिशत की वृद्धि ने उपभोक्ताओं की कमर तोड़ दी है. ऐसे में लोगों के मन में सवाल है कि आखिर टमाटर के भाव में आए इस आश्चर्यजनक उछाल का कारण क्या है.

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टमाटर के अचानक बढ़े भाव के पीछे दो बड़े कारण

दरअसल, टमाटर के अचानक बढ़े भाव के पीछे दो बड़े कारण हैं. मॉनसून का देरी से आना और बैमौसम बारिश और बाढ़. चेन्नई में एम स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन के चीफ डॉ. आर गोपीनाथ बताते हैं कि देश में कुल टमाटर के उत्पादन का लगभग 20 प्रतिशत हिस्सा आंध्र प्रदेश से आता है और शेष महाराष्ट्र और कर्नाटक समेत दूसरे राज्यों से आता है. ऐसे में अगर दक्षिण-पश्चिम मॉनसून देरी से आता है तो यह सब्जियों के उत्पादन को प्रभावित करता है, खासकर टमाटर को. उन्होंने कहा कि अगर जुलाई-अगस्त में पर्याप्त बारिश नहीं होती तो सब्जियों के दाम पर असर पड़ना ही पड़ना है. 

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अब प्याज के भाव में वृद्धि की उम्मीद

गोपीनाथ ने कहा कि टमाटर के बाद अब प्याज के भाव में वृद्धि की उम्मीद की जा सकती है. सब्जी के सबसे बड़े उत्पादक कर्नाटक की बात करें तो मॉनसून जून के पहले सप्ताह तक पहुंच जाता है. लेकिन इस बार बारिश में हुई देरी के कारण कर्नाटक के कुछ हिस्सों ( पहाड़ी और तटीय ) में वर्षा 40 से 45 प्रतिशत कम हुई है. कृर्षि वैज्ञानिक एमबी राजे गौडा के अनुसार अगर बारिश जुलाई अंत तक भी देरी करती है तो फसलों के प्रभावित होने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है. 

सफेद मक्खी रोग ने भी टमाटर को बड़ा नुकसान पहुंचाया

कृषि विशेषज्ञों के अनुसार बेंगलुरु ग्रामीण और चिक्काबल्लापुरा जैसी क्षेत्रों में टमाटर की सप्लाई गंभीर रूप से प्रभावित हुई है. इसके साथ ही सफेद मक्खी रोग ने भी टमाटर की फसल को बड़ा नुकसान पहुंचाया है. विशेषज्ञों का कहना है कि टमाटर की कीमतों में उछाल अगले तीन हफ्तों में सामान्य हो जाएगा.