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ट्रेन के तत्काल टिकट बुकिंग से जुड़े इन नियमों को जान लें, रहेंगे टेंशन फ्री

रेलवे के मुताबिक तत्काल स्कीम के तहत फिलहाल 2,677 ट्रेन हैं. आंकड़ों के मुताबिक तत्काल स्कीम के तहत 11.57 लाख सीटों में 1.71 लाख सीटों पर बुकिंग तत्काल कोटे के तहत होती है.

highlights

तत्‍काल से कमाई

  • 2016-17 में कमाई 1,263 करोड़
  • 2017-18 में 991 करोड़ थी.
  • 2018-19 में 1608 करोड़ रुपये

नई दिल्‍ली:

रेलवे (Indian Railway)के मुताबिक तत्काल स्कीम के तहत फिलहाल 2,677 ट्रेन हैं. आंकड़ों के मुताबिक तत्काल स्कीम के तहत 11.57 लाख सीटों में 1.71 लाख सीटों पर बुकिंग तत्काल कोटे के तहत होती है. भारतीय रेलवे (Indian Railway)पिछले 22 साल से तत्काल सर्विस दे रहा है. आप में से कई लोग कभी न कभी तत्‍काल टिकट बुक किए होंगे. लेकिन बहुत कम लोग ही तत्‍काल टिकट की बुकिंग से संबंधित नियम से अवगत होंगे. आइए जानें ट्रेन के तत्काल टिकट बुकिंग से जुड़े नियमों के बारे में, जिन्हें जानकार आप टेंशन फ्री रहेंगे...

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  • आप नॉन-एसी टिकटों की तत्काल टिकट बुकिंग इसके एक घंटे बाद यानी 11 बजे से शुरू होती है, जबकि एसी क्लास की टिकटों की तत्काल बुकिंग यात्रा तिथि से एक दिन पहले सुबह 10 बजे से होती है.
  • ट्रेन के शुरुआती स्टेशन पर 2 घंटे लेट होने, रूट बदलने, बोर्डिंग स्टेशन से ट्रेन के नहीं जाने और कोच डैमेज होने या बुक टिकट वाली श्रेणी में यात्रा की सुविधा नहीं मिलने पर आप 100 फीसदी रिफंड मिल सकता है.
  • ट्रेन टिकट बुकिंग शुरू होने के आधे घंटे तक अधिकृत एजेंट तत्काल टिकट नहीं बुक कर सकते हैं. सिंगल यूजर ID से एक दिन में सिर्फ 2 तत्काल टिकट बुक कर सकते हैं.
  • एक IP अड्रेस से भी अधिकतम 2 तत्काल टिकट बुक हो सकते हैं. नए नियमों के तहत कुछ शर्तों के साथ तत्काल टिकट पर आप 100 फीसदी तक रिफंड ले सकते हैं.
  • रेलवे (Indian Railway)ने रजिस्ट्रेशन, लॉग इन और बुकिंग पेजों पर कैप्चा कोड की व्यवस्था की है. यह इसलिए किया गया है ताकि किसी ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर के जरिए फर्जीवाड़ा करके कोई टिकट बुक न किया जा सके.
  • इंटरनेट बैंकिंग के सभी पेमेंट ऑप्शंस के लिए OTP यानी वन टाइम पासवर्ड की एंट्री की व्यवस्था की गई है.

तत्‍काल बुकिंग का इतिहास

  • तत्काल टिकट बुकिंग सेवा साल 1997 में चुनिंदा ट्रेनों में शुरू की गई थी.
  • 2004 में तत्काल टिकट बुकिंग सेवा का विस्तार पूरे देश में किया गया.
  • इसके तहत द्वितीय श्रेणी के लिए मूल किराये से 10 फीसद अतिरिक्त वसूला जाता है
  • अन्य सभी श्रेणियों में यह राशि मूल किराये की 30 फीसदी है.
  • 2014 में कुछ खास ट्रेनों के लिए प्रीमियम तत्काल सेवा शुरू की गई थी.
  • प्रीमियम वर्जन में सीट उपलब्धता के आधार पर 50 प्रतिशत तत्काल टिकट बेचे जाते हैं.

रेलवे (Indian Railway)की भर रही झोली

  • तत्काल टिकट बुक कराने वाले यात्रियों से रेलवे (Indian Railway)ने पिछले 4 साल में 25,392 करोड़ रुपये की कमाई की है.
  • रेलवे (Indian Railway)ने साल 2016 से 2019 के बीच तत्काल टिकट बेचकर 21,530 करोड़ रुपये की कमाई की
  • इस दौरान तत्काल प्रीमियम टिकट के जरिए अतिरिक्त 3,862 करोड़ रुपये कमाए हैं.
  • इससे रेलवे (Indian Railway)की आमदनी में 62 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.