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अब कोई लिंक भेजें तो उसे खोलने से पहले दस बार सोचें, सोशल मीडिया पर बढ़ रही है फर्जी प्रोफाइल की संख्या

अब सोशल मीडिया तक हर लोगों की पहुंच हो चुकी है ऐसे में फर्जी प्रोफाइलों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. फर्जी प्रोफाइल के सहारे यूजर्स की निजी जानकारियों पर डाका डाला जा रहा है.

Updated on: 21 Jul 2019, 10:05 AM

नई दिल्ली:

आज सोशल मीडिया का चलन इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि कंपनियां भी तरह-तरह के सोशल एप लेकर आ रही है. सोशल मीडिया ने जहां एक तरफ हमारी जिंदगी आसान बना दी है वहीं दूसरी तरफ ये अपने साथ कई तरह का नुकसान भी लेकर आई है. अब सोशल मीडिया तक हर लोगों की पहुंच हो चुकी है ऐसे में फर्जी प्रोफाइलों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. फर्जी प्रोफाइल के सहारे यूजर्स की निजी जानकारियों पर डाका डाला जा रहा है. दरअसल, फर्जी प्रोफाइल यूजर्स को वायरस वाले लिंक भेजते हैं और जैसे ही वो उसे खोलते है उनकी सभी जानकारियां तीसरे पक्ष के पास पहुंच जाती है.

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एक ऐसी ही घटना साल 2018 में इजरायली सैनिकों के साथ हुआ था. जब फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट पर आकर्षक युवाओं की फोटो लगाकर उनसे संपर्क किया. इसके दौरान वायरस वाले डेंटिंग एप और फुटबॉल एप डाउनलोड करने के लिए इजरायली सैनिकों को कहा गया. इन एप्स के पीछे हमास समर्थित साइबर अपराधियों केी फौज थी. इन एप्स को डाउनलोड करते ही सैनिकों के फोन के कैमरे, यूजर्स की लोकेशनस, संपर्क औऱ फोटो तक अपराधियों की पहुंच हो गई.

इस घटना के बाद हाल ही में एक्टर ह्यूग जैकमैन के नाम से नकली खाता बनाकर दान करने की अपील की गई थी. जिसकी जानकारी मिलते ही खुद जैकमैन ने ट्वीटर पर आकर लोगों को इस फर्जी अकाउंट के बारे में जानकारी दी थी.

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बरतें ये सावधानियां-

  • किसी भी फाइल या एप को खोलने से बचें
  • सोशल मीडिया के प्रति सचेत रहें
  • फर्जी लिंक और प्रोफाइल को खोलने से बचना चाहिए
  • साइबर अपराधियों द्वारा आकर्षक फोटो और अन्य जानकारियों से यूजर्स को लुभाने की कोशिश की जाती है इसलिए इनसे सचेत रहें.
  • साइबर अपराधियों द्वारा जासूसी करने, दुर्भावनापूर्ण लिंक भेजने औ वित्तीय धोखाधड़ी करने के लिए सोशल मीडिया का तेजी से इस्तेमाल किया जा रहा है.
  • आरएसए सिक्योरिटी की अप्रैल की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2018 में सोशल मीडिया धोखाधड़ी के मामले में 43 फीसदी बढ़े हैं.