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SBI का क्रेडिट या डेबिट कार्ड करते हैं इस्तेमाल तो हो जाएं सावधान, लग सकती है भारी चपत

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साइबर ठग 'रिवार्ड प्वाइंट रिडेम्पशन' के नाम पर एसबीआई (SBI) कार्ड धारकों को चूना लगाने की कोशिश कर रहे हैं.

Updated on: 24 Apr 2020, 10:10 AM

नई दिल्ली:

अक्सर आप क्रेडिट कार्ड (Credit Card) या डेबिट कार्ड (Debit Card) से जुड़ी धोखाधड़ी की खबरें सुनते होंगे. कंपनियों की ओर से फर्जीवाड़े से बचने के लिए ग्राहकों को समय-समय पर सचेत भी किया जाता है. इसके बावजूद धोखाधड़ी की घटनाएं आए दिन होती रहती हैं. देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (State Bank Of India-SBI) के ग्राहकों के पास अगर उसका डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड है तो उन्हें काफी सावधान रहने की जरूरत है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साइबर ठग 'रिवार्ड प्वाइंट रिडेम्पशन' के नाम पर कार्ड धारकों को चूना लगाने की कोशिश कर रहे हैं.

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1800 या 1860 से शुरू होने वाले नंबर से कॉल आने पर नहीं दें जानकारी
स्टेट बैंक (SBI) ने अपने ग्राहकों को इस तरह के किसी भी कॉल या SMS से सावधान रहने को कहा है. एसबीआई ने ग्राहकों को सूचित किया है कि अगर 1800 या 1860 से शुरू होने वाले नंबर से कोई फोन कॉल आए तो अपने कार्ड की जानकारी बिल्कुल भी शेयर नहीं करें. बैंक ने ग्राहकों को ईमेल और सोशल मीडिया पोस्ट का जवाब नहीं देने की भी चेतावनी जारी की है. इसके अलावा किसी अनजान व्यक्ति से व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी साझा नहीं करने का भी सुझाव बैंक की ओर से दिया गया है.

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मौजूदा समय में EMI को रुकवाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह सक्रिय हैं. ऐसे में आपको सतर्क रहना चाहिए अन्यथा काफी बड़ी चपत लग सकती है. एसबीआई ने ग्राहकों को ठगों से से बचने के लिए सतर्क और जागरूक रहने को कहा है.

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कैसे करते हैं ठगी
ठगी करने वाला गिरोह आपसे वैरीफिकेशन के नाम पर पता, नाम, जन्मतिथि और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करता है और उसके बाद आपको EMI के बारे में पूरी जानकारी देगा. इसके अलावा उनसे संबंधित नियम और शर्तों के बारे में भी जानकारी देगा. इस प्रक्रिया के बाद आपको एक ऑनलाइन फॉर्म भेजने की बात कहकर आपसे क्रेडिट या डेबिट कार्ड की जानकारी साझा करने की बात कहेगा. जैसे ही आप अपनी जानकारी देंगे आप ठगी का शिकार हो जाएंगे.