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SBI के कस्टमर्स को लगेगा बड़ा झटका, 1 फरवरी से बदल जाएगा पैसे से जुड़ा ये नियम

भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने अक्टूबर 2021 में उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए IMPS लेनदेन (IMPS Transaction) की सीमा को 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया था.

Updated on: 29 Jan 2022, 09:46 AM

highlights

  • SBI ने IMPS के जरिए 2 लाख रुपये से 5 लाख रुपये के बीच नया स्लैब बनाया
  • 2 लाख से 5 लाख रुपये के बीच फंड ट्रांसफर करने पर 20 रुपये चार्ज और जीएसटी देना होगा 

नई दिल्ली:

SBI Bank New Rule 1st February 2022: आपका बैंक अकाउंट (Bank Account) देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (State Bank Of India-SBI) में है तो आपको बड़ा झटका लगने जा रहा है. दरअसल, 1 फरवरी 2022 से फंड ट्रांसफर करना महंगा होने जा रहा है. भारतीय स्टेट बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक 1 फरवरी से IMPS करने के नियमों को बदलाव होने जा रहा है. नए नियमों के तहत 2 लाख रुपये से 5 लाख रुपये के बीच IMPS के जरिए फंड ट्रांसफर करने पर 20 रुपये चार्ज और जीएसटी देना होगा. 

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बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने अक्टूबर 2021 में उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए IMPS लेनदेन (IMPS Transaction) की सीमा को 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया था. 

क्या है IMPS? 
आईएमपीएस (Immediate Payment Service) आपको अपने बैंक खाते तक पहुंचने और तत्काल और सुरक्षित रूप से फंड ट्रांसफर करने में सहायता करती है. आप सक्रिय इंटरनेट कनेक्टिविटी से युक्‍त लैपटॉप या पीसी पर नेटबैंकिंग का उपयोग करके पैसा भेज सकते हैं. आप अपने बैंक अकाउंट से किसी भी दूसरे बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं. आईएमपीएस की सुविधा में ग्राहक की ओर से निधि अंतरण (फंड ट्रांसफर) का अनुरोध मिलते ही लाभार्थी खाते में पैसे को तत्काल क्रेडिट कर दिया जाता है. मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग की मदद से इंटर-बैंक लेनदेन की सुविधा मिलती है. आईएमपीएस की सुविधा साल के 365 दिन और 24 घंटे जिसमें छुट्टियां भी शामिल हैं मिलती है.