logo-image

RBI: अब इन बैंकों के ग्राहकों को लगा बड़ा झटका, चुकानी होगी अधिक EMI

RBI Guideline: अगर आप बैंक ऑफ महाराष्ट्र और केनरा बैंक के ग्राहक हैं तो सावधान हो जाएं. क्योंकि दोनों ही बैंकों ने अपनी MCLR में की 10 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी की है. बढ़ी हुई दरें 15 अप्रैल से लागू भी कर दी गई हैं. जिसके बाद आपको संबंधित दोनों बैंकों

Updated on: 19 Apr 2023, 12:54 PM

highlights

  • MCLR में की गई 10 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी, 15 अप्रैल से लागू की गई बढ़ी हुई दरें 
  • बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर भी बढ़ाया इंटरेस्ट रेट, ग्राहकों को पड़ा महंगा

नई दिल्ली :

RBI Guideline: अगर आप  बैंक ऑफ महाराष्ट्र और केनरा बैंक के ग्राहक हैं तो सावधान हो जाएं. क्योंकि दोनों ही बैंकों ने अपनी MCLR में की 10 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी की है. बढ़ी हुई दरें 15 अप्रैल से लागू भी कर दी गई हैं. जिसके बाद आपको संबंधित दोनों बैंकों से लोन लिया है या लेने की सोच रहे हैं तो पहले से ज्यादा ईएमआई चुकानी पड़ेगी. जानकारी के मुताबिक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने 15 अप्रैल, 2023 से प्रभावी अपनी कर्ज पर दरों की सीमांत लागत (MCLR) में 10 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी लागू कर दी है. जिसका सीधा असर आम लोगों की जेब पर ही पड़ने वाला है.. 

यह भी पढ़ें : Yamuna authority: इन गांवों के आएंगे अच्छे दिन, रेल लाइन और एक्‍सप्रेसवे से जुड़ेगा जेवर एयरपोर्ट

सभी प्रकार के लोन पर होगा असर
जानकारी के मुताबिक, बैंक ऑफ महाराष्ट्रा  में एमसीएलआर की नई  दर 8.40 प्रतिशत से बढ़कर 8.50 प्रतिशत हो गई है. जिसका असर सभी प्रकार के लोन पर पड़ने वाला है.  वहीं एक महीने की MCLR बढ़कर 8.40 फीसदी और ओवरनाइट MCLR बढ़कर 7.90 फीसदी हो गई है. देश में बढ़ती महंगाई के चलते ये फैंसला लिया गया है. जिससे आम आदमी की जेब कटना लाजमी है. इसलिए यदि आप बैंक ऑफ महाराष्ट्रा से लोन लेने की सोच रहे हैं तो अभी टाल दें. अन्यथा आपको ज्यादा ईएमआई देनी होगी. यदि आपने पहले से लोन लिया है तो भी आपको अब नई दरों पर ईएमआई जमा करनी होंगी. 

केनरा बैंक ने भी बढ़ाई दरें 
वहीं केनरा बैंक की  बात करें तो ब्याज दरों में 5 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है. जानकारी के मुताबिक, 6 महीने और 1 वर्ष की समयसीमा के लिए MCLR दर अब  8.45 फीसदी और 8.65 फीसदी तय की गई है. कम अवधि वाले लोन की ईएमआई पहले की तरह ही रहने वाली है. उसपर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. इसके अलावा फिक्स डिपॅाजिट पर भी ब्याज दरें बढाई गई हैं. ये बदलाव देश में बढ़ती महंगाई को देखते हुए लिया गया है.  इसलिए ज्यादा लोन लेने वालों का बजट डगमगा सकता है.