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Rakshabandhan: छाई है महंगाई, मुश्किल में बहन भाई

Rakshabandhan Special: रक्षाबंधन आने में महज 48 घंटे ही बाकी हैं. ऐसे में बहनों और भाइयों को महंगाई का साया सताने लगा है. क्योंकि मार्केट में सोना-चांदी (gold Silver) से लेकर मिठाई तक सबके रेट आसमान छू रहें हैं.

Updated on: 09 Aug 2022, 11:26 AM

highlights

  • सोना-चांदी से लेकर मिठाई तक के रेट हुए रिकॅार्ड महंगे 
  • बहनें अपने भाई को राखी बांधन के लिए खोज रहीं सस्ते गिफ्ट
  • कोरोनाकाल की वजह से वैसे ही अभी पटरी पर नहीं आया था रोजगार 

नई दिल्ली :

Rakshabandhan Special: रक्षाबंधन आने में महज 48 घंटे ही बाकी हैं. ऐसे में बहनों और भाइयों को महंगाई का साया सताने लगा है. क्योंकि मार्केट में सोना-चांदी (gold Silver) से लेकर मिठाई तक सबके रेट आसमान छू रहें  हैं.  यही नहीं कोटन का धागा और फोम (thread and foam) पर भी अचानक से दाम बढ़ा दिये गए हैं. जिससे धागे वाली राखी भी काफी महंगी बाजार में बिक रही है. जबकि  कुछ ही दिन पहले सोने व चांदी के रेटों में काफी गिरावट देखने को मिल रही थी. ऐसे में बहनें भाई की कलाई पर बांधने के लिए सस्ती राखी की सर्च (cheap rakhi search)कर रही है. ताकि भाई -बहन के प्यार का प्रतीक त्योहार बजट न खराब कर दे. वहीं भाई के मन में भी यही सोच है कहीं बहन ने महंगी राखी बांध दी तो उपहार भी उतना ज्यादा ही देना पड़ेगा. क्योंकि अभी  रोजगार पूरी तरह पटरी पर नहीं लौटे हैं. कोरोना की मार के चलते जहां करोड़ो लोगों की नौकरी छूट गई थी. तो व्यापार भी बंदी  के कगार पर पहुंच गए थे.

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दरअसल इस बार राखियों के दाम में काफी बढोतरी देखने को मिल रही है.  राखी दुकानदार रविंद्र के मुताबिक हाल ही में धागा-कोटन और फोम के दाम बढ़े हैं. जिससे प्रति राखी 20 से 30 रुपये की बढोत्तरी हो गई है. उन्होने बताया कि कच्चे माल में आए उछाल के कारण ही राखियां महंगी हो गई हैं. वहीं सोने के दामों में भी आज काफी उछाल देखने को मिल रहे हैं. 22 कैरेट सोने के दाम प्रति तौला 52 हजार रुपए से ज्यादा हो गए हैं. वहीं चांदी का भी यही हाल है. ऐसे में बहनों के सामने राखी खरीदने के संकट खड़ा  हो गया है. हालाकि सोने-चांदी की राखियां खरीदने वाली बहनों की संख्या बहुत कम है.  बताया जा रहा है मार्केट अभी कोरोनाकाल से पूरी तरह नहीं उभरा है. जिसकी वजह से ये दिक्कतें आ रही हैं. अगले साल तक सब ठीक होने की उम्मीद है.

 11 या 12 को लेकर भी उहापोह की स्थिति 
वैसे तो हिन्दुओं के सभी त्यौहार की तिथि दो होती हैं. लेकिन अभी तक रक्षाबंधन से अछूता था. लेकिन इस बार रक्षाबंधन की तिथि को लेकर भी उहापोह की स्थिति बनी हुई है. किसी को भी नहीं पता है कि आखिर रक्षाबंधन कब मनाएं. हालाकि मीडिया रिपोर्ट और पंडितों की बात माने तो 11 अगस्त को ही रक्षाबंधन मनाया जा रहा है. लेकिन कुछ स्थानों पर 12 को राखियों का त्योहार मनाया जाएगा. उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने इसी वजह से बसों में बहनों की यात्रा 11 और 12 अगस्त दोनों दिन के लिए फ्री की है.