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यूक्रेन संकट से भारत में नहीं बढ़ेंगी पेट्रोल-डीजल की कीमतें, जानें क्या मिलेगा लाभ

Russia-Ukraine War : यूक्रेन पर अटैक के बाद से यूएस समेत कई पश्चिमी देशों ने रूस पर कई आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं. रूसी तेल के आयात पर अमेरिका ने रोक लगा दी है. इस पाबंदी के बाद रूस अपने कच्चे तेल और अन्य सामानों को बेचने के लिए प्रयास कर रहा है.

Updated on: 14 Mar 2022, 04:07 PM

नई दिल्ली:

Russia-Ukraine War : यूक्रेन पर अटैक के बाद से यूएस समेत कई पश्चिमी देशों ने रूस पर कई आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं. रूसी तेल के आयात पर अमेरिका ने रोक लगा दी है. इस पाबंदी के बाद रूस अपने कच्चे तेल और अन्य सामानों को बेचने के लिए प्रयास कर रहा है. ऐसी स्थिति में रूस ने अपने दोस्त देश भारत से संपर्क किया है. भारतीय अफसरों ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार रूस से छूट कीमट पर क्रूड ऑयल और अन्य चीजों को खरीदने पर विचार कर रही है. रूस ने इन चीजों का सौदा रुपये-रूबल में करने की बात कही है. 

भारत अपनी जरूरत का 80 प्रतिशत तेल खरीदता है. अब तक रूस से इनमें से सिर्फ 2 से 3 प्रतिशत की खरीद ही होती रही है. इस बीच जहां यूक्रेन संकट से दुनिया में कच्चे तेल की कीमत 40 प्रतिशत ज्यादा बढ़ गई है तो वहीं रूस कम कीमत में कच्चा तेल बेचने के लिए मतबूर है. यूक्रेन संकट की वजह से तेल की बढ़ी महंगाई का भारत का असर न पड़े, इसलिए मोदी सरकार रूस से सस्ता तेल खरीदने की योजना तैयार कर रही है. इससे सरकार को महंगाई के दौर में तेल पर अपने खर्च को सीमित करने में मदद मिलेगी.

भारत सरकार के एक अफसर का कहना है कि रूस तेल और अन्य चीजों पर भारी डिस्काउंट का ऑफर दे रहा है. इसकी खरीद में हमें कोई परेशानी नहीं है, लेकिन इंश्योरेंस कवर, टैंकर समेत कई चीजों पर ध्यान देना होगा. एक बार इन मुद्दों का समाधान निकल जाए तो हम फिर खरीद पर आगे बढ़ेंगे. पाबंदियों के बाद कई देशों ने रूस से तेल खरीदने से मना कर दिया है, लेकिन भारतीय अफसरों ने कहा कि आयात पर इन प्रतिबंधों का असर नहीं होगा.