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पेट्रोल-डीजल का गेम ओवर, अब गोबर गैस से फर्राटा भरेंगी गाड़ियां

देश को पॅाल्यूशन मुक्त (Pollution free country)और पेट्रोल-डीजल से मुक्ति (Petrol-Diesel release)दिलाने के लिए केन्द्र और राज्य सरकारें नई-नई तकनीक लेकर आ रही हैं.

Updated on: 24 Jan 2022, 03:47 PM

highlights

  • देश के इस राज्य में लगने जा रहा पहला प्लांट
  • इलेक्ट्रिक और सीएनजी के बाद अब एक और फ्यूल की कवायद हुई पूरी
  • पेट्रोल-डीजल की निर्भरता खत्म करने की तैयारी में सरकार 

 

नई दिल्ली :

देश को पॅाल्यूशन मुक्त (Pollution free country)और पेट्रोल-डीजल से मुक्ति (Petrol-Diesel release)दिलाने के लिए केन्द्र  और राज्य सरकारें नई-नई तकनीक लेकर आ रही हैं. ताजी खबर के मुताबिक सीएनजी और इलेक्ट्रिक के बाद अब गोबर गैस (Dung Gas)से भी गाड़ियों को चलाने की तैयारी है. यही नहीं बिहार में इसके लिये पहला प्लांट भी लगना शुरु हो गया है. सरकार का मानना है कि गोबर गैस (Gobar gas)पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel)व अन्य फ्यूल के मुताबिक बहुत ही सस्ता ईंधन है. इससे प्रति किमी की कॅास्ट बहुत ही कम आएगी. साथ ही पेट्रोल-डीजल की निर्भरता (Petrol-Diesel dependency)भी कम हो जाएगी. आपको बता दें कि देश में इलेक्ट्रिक गाड़ियों  (electric vehicle)की कीमत ज्यादा होने के चलते वह आम आदमी के बजट (common man budget)में नहीं है. समस्या को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यह एक अच्छा और सस्ता विकल्प मार्केट में उतारा है. जो सुलभ और सस्ते के साथ पूरी तरह प्रदूषण मुक्त होगा.

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दरअसल, सीएनजी गैस (cng gas) वैसे तो पेट्रोल और डीजल से काफी सस्ता है, लेकिन सीएनजी गैस (cng gas)हमारे देश में उतपन्न नहीं होता. इसलिए खपत के हिसाब से दूसरे देशों से मंगानी पड़ती है. जिसके चलते ट्रांसपोटेशन जोड़कर वह भी काफी महंगी मिलती है. इसलिए सरकार ने मेकिंग इंडिया (making india)के तहत सीबीजी गैस को विकल्प के रूप में चुना है. बिहार राज्य में इसके लिए पहला प्लांट भी लगना शुरु होने की खबर है. आपको बता दें कि सीबीजी गैस को बनाने के लिए पुआल, गाय और भेस का गोबर, मक्के के डंठल, मुर्गी फार्म के अपशिष्ट और नेपियर घास सहित और अन्य कृषि कचरे का इस्तेमाल किया जाता है. यह ईंधन बहुत ही सस्ता पड़ेगा. जिसके चलते गाड़ी मैनेज करना आम आदमी के बजट में आ जाएगा.

 आपको बता दें कि गोबर गैस का पहला प्लांट बिहार (bihar)के मसौढ़ी में बनने वाला है. इस प्लांट को बनाने के लिए सिटीजन केयर ग्रुप (citizen care group)और इंडियन आयल कारपोरेशन लिमिटेड (Indian Oil Corporation Limited)के बीच में करार भी हो चुका है. सिटीजन केयर ग्रुप के सीईओ चंदन कुमार ने बताया कि बिहार में सीबीजी यह पहला प्लांट होगा. बस कुछ ही दिनों बाद  प्लांट में बायो गैस का उत्पादन शुरू हो जाएगा. साथ ही उपभोक्ताओं की जरूरत के हिसाब से इसके पंप भी वितरित किये जाएंगे. यही नहीं उन्होने बताया की इस ईंधन को चलन में आने के बाद किसान को भी संजीवनी (Farmers will get Sanjeevani)मिलेगी. क्योंकि इसमें होने वाले सारे अपशिष्ट किसान के यहां ही निकलते हैं.