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अब पेट्रोल-डीजल के झंझट से मिल जाएगी मुक्ति, नितिन गडकरी ने कर दी ये बड़ी घोषणा

पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel)खरीदना अब आम आदमी के बसकी बात नहीं रही है. मिडि़ल क्लास लोगों ने अपनी गाड़ियां घरों में पार्क कर दी है. पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel)के रेट कम करने में अब सरकार भी अक्षम दिखाई देने लगी हैं.

Updated on: 13 Mar 2022, 04:05 PM

highlights

  • 6 माह में रोड पर आ जाएगी फ्लेक्स-फ्यूल की गाड़ी 
  • भारत में जल्द ही ज्यादातर वाहन 100% इथेनॉल पर चलेंगे
  • शनिवार को नितिन गडकरी ने कहा ऑटोमोबाइल कंपनियों से फाइनल हुई बात 

नई दिल्ली :

पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel)खरीदना अब आम आदमी के बसकी बात नहीं रही है. मिडि़ल क्लास लोगों ने अपनी गाड़ियां घरों में पार्क कर दी है. पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel)के रेट कम करने में अब सरकार भी अक्षम दिखाई देने लगी हैं. ऐसे में लोगों की समस्या को देखते हुए परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Transport Minister Nitin Gadkari) ने इसका तोड़ निकाल लिया है. आपको बता दें कि परिवहन मंत्री (Transport Minister) ने शनिवार को ही ऑटोमोबाइल कंपनियों (automobile companies)से बात कर फाइनल कर दिया है कि अगले 6 माह में फ्लेक्स-फ्यूल (flex-fuel)की गाड़ियां सड़कों पर आ जाएंगी. जिसके बाद पेट्रोल-डीजल  (petrol-diesel) की निर्भरता खत्म हो जाएगी. बताया जा रहा है कि भारत में जल्द ही 100 प्रतिशत वाहन इथेनॅाल से फर्राटा भरते दिखाई देंगे. नितिन गडकरी ने इसके संकेत दे दिये हैं.   

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आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari)ने शनिवार को कहा कि ऑटोमोबाइल कंपनियां छह महीने में फ्लेक्स-फ्यूल (flex-fuel) से चलने वाले वाहनों का निर्माण शुरू कर देंगी. भारत में जल्द ही ज्यादातर वाहन 100% इथेनॉल पर चलेंगे. फ्लेक्स-फ्यूल, गैसोलीन और मेथनॉल या इथेनॉल के संयोजन के साथ एक वैकल्पिक ईंधन है. केंद्रीय मंत्री शनिवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान ये बोल रहे थे. उन्होंने बताया है कि इस मामले को उनकी देश की टॉप वाहन निर्माता कंपनियों से बात हुई है और और उन्होंने विश्वास दिलाया है कि वे 6 महीने के भीतर फ्लेक्स फ्यूल वाले वाहनों को निर्माण शुरू कर देंगे.

केंद्र सरकार भारत में तेजी से पेट्रोल-डीजल से अलग वैकल्पिक ईंधनों के उपयोग को सक्षम बना रही है. फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों की शुरुआत में तेजी लाने के लिए एक प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना में ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट्स और फ्लेक्स-फ्यूल इंजन के ऑटो कंपोनेंट्स को शामिल किया गया है. आपको बता दें कि भारत सरकार ने हाल ही में 70 से ज्यादा कंपनियों को ऑटो कंपोनेंट प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम के लिए अंतिम तौर पर चुन लिया है.

PLI स्कीम के लिए चुनी गई इन कंपनियों की सूची में Maruti Suzuki,Toyota Components, Delphi TVS, Hella India, Dana Group, Bosch, Minda Industries, Tata Auto Components, Bharat Forge जैसी कंपनियां शामिल हैं. बताया जा रहा है फ्यूल- फ्लेक्स ईंधन पेट्रोल डीजल की तुलना में बहुत ही सस्ता होगा. साथ ही प्रदूषण रहित भी होगा.