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Paytm के जरिए Bitcoin में कर सकेंगे निवेश? कंपनी का आया बड़ा बयान

एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के मामले में काफी आगे हैं. मौजूदा समय में युवाओं के बीच क्रिप्टोकरेंसी में निवेश चलन बढ़ रहा है. बता दें कि देश में क्रिप्टोकरेंसी गैरकानूनी नहीं है.

Updated on: 05 Nov 2021, 12:25 PM

highlights

  • सरकार से मंजूरी मिलने के बाद Paytm बिटक्वॉइन की बिक्री शुरू कर सकती है
  • सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल मार्च 2020 में इस पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया था

नई दिल्ली:

डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम (Paytm) ने एक बड़ा ऐलान किया है. पेटीएम का कहना है कि अगर क्रिप्‍टोकरेंसी (Cryptocurrency) बिटक्वॉइन (Bitcoin) को मान्यता मिलने पर कंपनी भारत में इसकी ट्रेडिंग को शुरू कर सकती है. हालांकि यहां गौर करने वाली बात यह है कि देश में मौजूदा समय में अभी तक क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई स्पष्ट निर्देश नहीं हैं. ऐसा माना जाना रहा है कि जल्द ही वर्चुअल करेंसी को रेग्युलेशन के लिए सरकार की ओर से कुछ कदम उठाया जा सकता है. बता दें कि कुछ समय पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसकी ओर इशारा भी किया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पेटीएम के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर मधुर देवड़ा ने एक इंटरव्यू में कहा था कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अभी तक नियम फिलहाल साफ नहीं है. सरकार की ओर से मंजूरी मिलने के बाद कंपनी बिटक्वॉइन की बिक्री शुरू कर सकती है.

बता दें कि पेटीएम का क्रिप्‍टोकरेंसी के ऊपर बयान ऐसे समय में आया है जब वह देश का सबसे बड़ा आईपीओ (IPO) लाने जा रहा है. गौरतलब है कि 8 नवंबर 2021 को पेटीएम का आईपीओ खुलने जा रहा है. बता दें कि Paytm शेयर बाजार में IPO के जरिए प्रवेश करने जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक Paytm का IPO करीब 18 हजार करोड़ रुपये का होगा.

एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के मामले में काफी आगे हैं. मौजूदा समय में युवाओं के बीच क्रिप्टोकरेंसी में निवेश चलन बढ़ रहा है. बता दें कि देश में क्रिप्टोकरेंसी गैरकानूनी नहीं है. हालांकि क्रिप्टोकरेंसी को भारत में रेग्यूलेट नहीं किया जाता है. बता दें कि आरबीआई (Reserve Bank) के 6 अप्रैल 2018 के परिपत्र के अनुसार केंद्रीय बैंक द्वारा विनियमित संस्थाओं पर आभासी मुद्राओं से संबंधित कोई भी सेवा प्रदान करने पर रोक लगा दी गई थी. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल मार्च 2020 में इस पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया था.