ओमिक्रॉन: अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए आज से एयरपोर्ट पर नए नियम
ऑथोरिटीज़ और तमाम अलग अलग विभाग इसे रोकने में लगे हैं इसमें एयरपोर्ट की भूमिका काफ़ी अहम हो जाती है क्योंकि विदेशों से आने वालों से ही ओमिक्रोन के फैलने का खतरा है इसलिए ऐसे यात्रियों की पहचान करना जो कोरोना संक्रमित या फिर नए संक्रमण से पीड़ित हैं.
highlights
- सभी एयरपोर्ट पर होगा आरटीपीसीआर टेस्ट
- बिना टेस्ट नहीं जा सकेंगे एयरपोर्ट के बाहर
- 14 दिन की यात्रा की देनी होगी जानकारी
नई दिल्ली:
कई देशों में ओमिक्रॉन वेरिएंट के कहर के बाद भारत भी इसे लेकर अलर्ट हो गया है. ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए कई प्रतिबंध लगाए गए हैं. यह मंगलवार देर रात से प्रभावी हो गए हैं. भारत में विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए सतर्कता बरती जा रही है. भले ही भारत में अभी तक ओमिक्रॉन वेरिएंट के एक भी मामले की पुष्टि ना हुई हो लेकिन इसे लेकर पूरी अहतियात बरती जा रही है. अब ऑथोरिटीज़ और तमाम अलग अलग विभाग इसे रोकने में लगे हैं इसमें एयरपोर्ट की भूमिका काफ़ी अहम हो जाती है क्योंकि विदेशों से आने वालों से ही ओमिक्रोन के फैलने का खतरा है इसलिए ऐसे यात्रियों की पहचान करना जो कोरोना संक्रमित या फिर नए संक्रमण से पीड़ित हैं उनकी जांच कर अलग किया जाए इसलिए डीजीसीए ने नई गाइडलाइन जारी की है जो आज से लागू हो चुकी है.
नई गाइडलाइन के अनुसार
- विदेशों से आ रहे यात्रियों का आरटीपीसीआर टेस्ट ज़रूरी होगा
- यात्रियों को अपना सेल्फ डिक्लेरेशन देना होगा जिसमें 14 दिन की हिस्ट्री के साथ एयर सुविधा पोर्टल पर फ्लाइट लेने से पहले सारी जानकारी अपलोड करनी होगी.
- कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिए 14 दिन यात्री किन किन देशों की यात्रा करके आया या फिर किन किन से मिला इसकी जानकारी देनी होगी.
- कोविड प्रोटोकॉल का एयरपोर्ट और एयरलाइंस को सही से पालन करना होगा यानी सामाजिक दूरी,मास्क ज़रूरी, सेनेटाइज़ेशन को सख्ती से पालन करना होगा.
किन किन देशों से ओमिक्रोन के फैलने का ज़्यादा ख़तरा?
ओमिक्रोन साउथ अफ्रीकन वेरिएंट है जो उससे जुड़े और करीब के देशों में भी फैल चुका है. कुछ देशों ने साउथ अफ्रीका से आने वाली फ्लाइट पर तुरंत रोक भी लगा दी इनमें इटली, ऑस्ट्रिया, फ्रांस, जापान, यूनाइटेड किंगडम, सिंगापुर, नीदरलैंड, माल्टा, मलेशिया, मोरक्को, फिलीपींस, दुबई, जॉर्डन, अमेरिका, कनाडा और तुर्की शामिल हैं, हालांकि भारत में साउथ अफ्रीका से कोई डायरेक्ट फ्लाइट नहीं आती इसलिए सीधा खतरा तो नहीं लेकिन कई ऐसी फ्लाइट हैं जो कनेक्ट है इसलिए रिस्क न लेते हुए विदेशों से आने वाले सभी यात्रियों की गहन जांच के आदेश हैं.
एयरपोर्ट पर आरटीपीसीआर टेस्ट में लगेंगे 4 - 6 घंटे
एयरपोर्ट पर आरटीपीसीआर टेस्ट में अब 4 से 6 घंटे लगेंगे. जो भी विदेश यात्रा करके भारत पहुंच रहे हैं उनकी सभी एयरपोर्ट्स पर आरटीपीसीआर टेस्ट से ही गुज़रना होगा जिसमें 4 से 6 घंटे लग सकते हैं. इनमें कोरोना संक्रमित मामले तो जांच में है ही लेकिन नए वेरिएंट पर ज़्यादा फोकस है ताकि ऐसे लोगों को आने पर उन्हें अलग किया जा सके.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Dharma According To Ramayana: रामायण के अनुसार धर्म क्या है? जानें इसकी खासियत
-
Principles Of Hinduism : क्या हैं हिंदू धर्म के सिद्धांत, 99% हिंदू हैं इससे अनजान
-
Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया के दिन शुभ मुहूर्त में खरीदें सोना-चांदी, भग्योदय होने में नहीं लगेगा समय
-
Types Of Kaal Sarp Dosh: काल सर्प दोष क्या है? यहां जानें इसके प्रभाव और प्रकार के बारे में