इस रिसर्च ने किया सबकुछ चंगा, अब नहीं कहेगा कोई आपको गंजा
बालों के झड़ने का कारण बनने वाले दो कारण, शरीर की कोशिकाओं के बीच पोषक तत्वों का यातायात न होना (Improper circulation) और ऑक्सीडेटिव तनाव (oxidative stress) .
दिल्ली :
महिला हो या पुरुष आज के दौर में बाल झड़ना आम बात हो गई है. हर कोई इस समस्या से जूझ रहा है. हैरानी तो तब होती है, जब कम उम्र के बच्चे इस समस्या से ग्रस्त हैं. हालांकि इस समस्या से निजात पाने के लिए लोग तरह के नुस्खे भी आजमाते जिससे कुछ समय के लिए तो राहत मिलती है. फिर वैसे का वैसे हाल हो जाता है. इसलिए लोग इस समस्या से हमेशा के लिए निजात पाने के लिए कोशिश में जुटे हुए हैं. वहीं इस समस्या के ऊपर दुनिया भर में रिसर्च भी कि जा रही है. कहा जाता है पुरुषों में बाल झड़ने की समस्या को एंड्रोजेनिक एलोपेसिया (Androgenic Alopecia) या मेल पैटर्न बाल्डनेस कहते हैं. जिस वजह से बाल झड़ना शुरू हो जाते हैं. इस समस्या के होने के बाद लोगों के बाल बढ़ना बंद हो जाते हैं. बालों में रक्त की कमी हो जाती.
यह भी जानें - दिल्ली मेट्रो में इस्तेमाल की टनल बोरिंग मशीन, खासियत हैरान कर देंगी
आपको बता दें, वैज्ञानिकों ने बाल उगाने के अन्य इलाजों की तुलना में तेजी से चूहों पर बाल उगाए थे. इस रिसर्च में माइक्रोनीडल पैच (Microneedle patch) में सेरियम नैनोपार्टिकल्स (Cerium nanoparticles) शामिल थे, जो बालों के झड़ने का कारण बनने वाले दो कारण, शरीर की कोशिकाओं के बीच पोषक तत्वों का यातायात न होना (Improper circulation) और ऑक्सीडेटिव तनाव (oxidative stress) से निपटने में कारगर थे. वैज्ञानिकों ने सेरियम नैनोपार्टिकल्स को बायोडिग्रेडेबल .पॉलीथीन ग्लाइकोल-लिपिड कंपाउंड में लपेट दिया. इसके बाद हाइल्यूरोनिक एसिड (Hyaluronic acid) (स्किन पर पर पाया जाने वाला एक एसिड) का प्रयोग करके एक घुलनशील माइक्रोनीडल पैच (Microneedle patch) बनाया. पैच यानी आर्टीफिशियल हेयर या प्रॉस्थेटिक विग.
यह भी जानें - PM मोदी ने जारी की PM Kisan Yojana की 10वीं किस्त, पैसा मिला कि नहीं ऐसे कर सकते हैं चेक
बता दें, इसके बाद नैनोपार्टिकल्स को कंपाउंड में जोड़ा, ताकि एक सा.एक सांचा (Mould) तैयार किया जा सके. टेस्ट करने के लिए वैज्ञानिकों ने सबसे पहले चूहों के बाल हटाने के लिए उनके शरीर पर जगह-जगह हेयर रिमूवर क्रीम (Hair removal cream) लगाई, जिससे चूहों के उतने हिस्से के बाल निकल गए. फिर उन्होंने बाल हटने वाली जगह पर पैच लगाए. इसका इस्तेमाल साधारण पैच बनाने के साथ साथ विशेष पैच बनाने में भी होता है, जो कि नई रक्त वाहिकाओं की तेजी से ग्रोथ में काम आते हैं. रिसर्चर्स ने पाया कि विशेष रूप से तैयार किए गए पैच जिन चूहों में इस्तेमाल किए गए, उनमें अधिक अंतर देखने को मिला. उन चूहों ने कई ऐसे संकेत दिए जो नए बालों के उगने की निशानी थे. विशेष पैच वाले चूहों में किसी अन्य उपचार की अपेक्षा तेजी से बालों की ग्रोथ हुई थी.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें