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अब IRCTC कराएगी भगवान राम की जीवन यात्रा, भारत गौरव टूरिज्‍म ट्रेन चलाने की घोषणा

Indian Railways: अगर आप भगवान राम की जीवन यात्रा करना चाहते हैं तो ये खबर आपके बहुत काम की है. क्योंकि भारतीय रेलवे भारत गौरव टुरिज्‍म ट्रेन चलाने जा रहा है. जिसका टूर पैकेज भी रेलवे ने तय कर दिया है. इसके तहत भगवान राम के जीवन का पूरा सफर यात्रियों

Updated on: 26 May 2022, 09:19 PM

नई दिल्ली :

Indian Railways: अगर आप भगवान राम की जीवन यात्रा करना चाहते हैं तो ये खबर आपके बहुत काम की है. क्योंकि भारतीय रेलवे भारत गौरव टुरिज्‍म ट्रेन चलाने जा रहा है. जिसका टूर पैकेज भी रेलवे ने तय कर दिया है. इसके तहत भगवान राम के जीवन का पूरा सफर यात्रियों को कराया जाएगा. यही नहीं यात्रा के दौरान रामभक्‍त अयोध्या, जनकपुर (नेपाल), सीतामढ़ी, वाराणसी, नासिक और रामेश्वरम आदि जगहों का सफर कर सकेंगे. जानकारी के मुताबिक यात्रा 8,000 किलोमीटर की होगी. आपको बता दें कि ये ट्रेन दिल्‍ली से 21 जून को शुरु की जाएगी. इसमें 600 यात्रियों की क्षमता होगी और 11 एसी थ्री टियर कोच होंगे. ट्रेन का पहला पड़ाव अयोध्या होगा, जहां पर्यटक नंदीग्राम में राम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान मंदिर, भारत मंदिर के दर्शन किए जा सकेंगे.

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आपको बता दें कि इसके बाद रात भर जनकपुर के होटलों में रुकने के बाद उन्हें जनकपुर के राम-जानकी मंदिर ले जाया जाएगा. इसके अलावा, उन्हें सीता के जन्म स्थान सीतामढ़ी ले जाया जाएगा, और फिर वाराणसी के लिए होंगी. वाराणसी में पर्यटकों को वाराणसी के मंदिरों का भ्रमण कराया जाएगा, यहां सीता संहिता स्थल, प्रयागराज, श्रृंगवेरपुर और चित्रकूट सड़क मार्ग शामिल हैं. वहीं वाराणसी, प्रयागराज और चित्रकूट में भी होटलों में रात्रि विश्राम की व्यवस्था की जाएगी. इसके बाद अगले चरण में ट्रेन यात्रा नासिक से त्रयंबकेश्वर मंदिर और पंचवटी के दर्शन के लिए होगी. नासिक के बाद अगला गंतव्य किष्किंधा, हम्पी का प्राचीन शहर ट्रेन पहुंचेगी, यहां भी होटलों में यात्रियों के ठहरने की व्‍यवस्‍था कराई जाएगी.

इसके बाद यात्रियों को अंजनेयद्री पहाड़ियों और अन्य विरासत और धार्मिक स्थलों के ऊपर हनुमान के जन्म स्थान माने जाने वाले मंदिर का दौरा कराया जाएगा. अब रामेश्वरम ट्रेन यात्रा का अगला गंतव्य होगा, जिसमें रामनाथस्वामी मंदिर और धनुषकोडी का दर्शन कराया जाएगा. इसके अलावा, यात्रियों को कांचीपुरम ले जाया जाएगा, जहां शिव कांची, विष्णु कांची और कामाक्षी मंदिर दर्शन कराया जाएगा. इसके बाद ट्रेन का अंतिम गंतव्य तेलंगाना में भद्राचलम है, जिसे व्यापक रूप से दक्षिण की अयोध्या के रूप में भी जाना जाता है. इसके बाद, ट्रेन लगभग 8,000 किमी की दूरी तय करते हुए अपनी यात्रा के 18वें दिन दिल्ली लौटेगी.