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अब आम आदमी भी खरीद सकेंगे इलेक्ट्रिक कार, नितिन गडकरी ने की बड़ी घोषणा

Electric Vehical: अगर आप हाल-फिलहाल में कोई वाहन खरीदने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके बहुत काम की है. क्योंकि यदि आप थोड़ा सा रुककर वाहन खरीदेंगे तो आपको इलेक्ट्रिक वाहन, पेट्रोल-डीजल वाहन (petrol-diesel vehicle) की कीमत में ही मिल जाएगा.

Updated on: 18 Jun 2022, 06:00 PM

highlights

  • मोदी सरकार फसल अवशेष से एथनॉल का प्रोडक्‍शन करने पर दे रही जोर 
  • पेट्रोल-डीजल वाहनों से भी कम हो जाएगी इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत 
  • नितिन गडकरी ने कहा जलमार्ग की अपेक्षा सड़क मार्ग ज्यादा सस्ता साधन 

नई दिल्ली :

Electric Vehical: अगर आप हाल-फिलहाल में कोई वाहन खरीदने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके बहुत काम की है. क्योंकि यदि आप थोड़ा सा रुककर वाहन खरीदेंगे तो आपको इलेक्ट्रिक वाहन, पेट्रोल-डीजल वाहन (petrol-diesel vehicle) की कीमत में ही मिल जाएगा. इसकी घोषणा केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Union Road and Transport Minister Nitin Gadkari)कर चुके हैं. नितिन गडकरी ने बताया कि महंगे होते पेट्रोल-डीजल (Petrol and diesel expensive) के वाहनों और बढ़ते पॅाल्यूशन को देखते हुए अब इलेक्ट्रिक वाहनों पर जोर दिया जा रहा है. सरकार पेट्रोल-डीजल के विकल्प के रूप में फसल से बचने वाले अवशेष से एथनॉल का प्रोडक्‍शन (production of ethanol) करने पर जोर दे रही है. इससे आने वाले समय में पेट्रोल-डीजल के रेट में भी कमी आएगी. 

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एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में बोलते हुए नितिन गडकरी ने बताया कि 'मैं कोशिश कर रहा हूं कि देश में एक साल के अंदर इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत पेट्रोल गाड़ियों के बराबर हो या उससे भी कम हो जाए. इससे जीवाश्म ईंधन (Fossil Fuel) पेट्रोल, डीजल आदि का खर्च कम होगा और हम विदेशी मुद्रा बचा सकेंगे. फिलहाल बैटरी महंगी होने के कारण इलेक्ट्रिक वाहन महंगे हैं. कार की कीमत में 35 से 40 प्रतिशत बैटरी पर ही खर्च होता है. वहीं उन्होने ये भी बताया कि 
सरकार तेजी से ग्रीन फ्यूल (Green Fuel) को बढ़ावा दे रही है.

इसके अलावा उन्होने बताया कि वे एक कानून बहुत जल्दी लाने वाले हैं. जिसमें सड़क के किनारे खड़ी गाड़ी की जो भी कोई व्यक्ति फोटो खींचकर भेजेगा. विभाग की ओर से उसे 500 रुपए दिये जाएंगे. यही नहीं गाड़ी वाले से सरकार 1000 रुपए वसूलेगी. जिसमें 500 रुपए सरकारी खाते में जाएंगे. इस तरह का कानून लाने के पीछे उनका उद्देश्य सिर्फ इतना है कि रोड पर ज्यादातर जाम इन्हीं गाडियों की वजह से लगता है. इससे दो फायदे होंगे. एक तो फोटो भेजने वाले की जेब भी गर्म होगी. साथ ही सरकार को रैवेन्यू का फायदा मिलेगा. साथ ही सड़क किनारे गाड़ी खड़़ी करने वालों को सबक भी मिलेगा.